देश की सबसे महंगी स्टार्टअप बायजू (Byju's) बीसीसीआई (BCCI), आईसीसी (ICC) और फीफा (FIFA) के साथ अपनी ब्रांडिंग पार्टनरशिप्स को रिन्यू नहीं करेगी यानी कि आगे नहीं बढ़ाएगी। इसकी जानकारी बायजू के को-फाउंडर और सीईओ बायजू रवींद्रन ने दी है। एडुटेक सेक्टर की दिग्गज कंपनी ने यह फैसला अगले वित्त वर्ष 2023-24 तक मुनाफे में लौटने की कवायद के रूप में किया है। वित्त वर्ष 2020-21 में इसे 4500 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। ब्रांड पार्टनरशिप रिन्यू नहीं करने के फैसले से कंपनी के करोड़ों डॉलर बचेंगे क्योंकि फीफा के स्पांसरशिप पर इसने करीब 3-4 करोड़ डॉलर और बीसीसीआई के स्पांसरशिप पर 5.5 करोड़ डॉलर खर्च किए थे।
पिछला साल बहुत बुरा रहा Byju's के लिए
गलत तरीके से कंटेंट की बिक्री से लेकर बही-खाते में गड़बड़ी जैसे विवादों के चलते बायजू के लिए पिछला साल बहुत बुरा रहा। वहीं कंपनी ने वित्त वर्ष 2021 के जो वित्तीय नतीजे पेश किए, उसमें रेवेन्यू की गिरावट ने सभी को चौंका दिया। यह गिरावट मामूली ही थी लेकिन वित्त वर्ष 2021 भारतीय एडुटेक कंपनियों के लिए बहुत शानदार था तो बायजू के नतीजे आश्चर्यजनक रहे। हालांकि कंपनी ने इसे लेकर सफाई दी कि रेवेन्यू कैलकुलेट करने के तरीके में बदलाव के चलते इसका रेवेन्यू फिसला है। रवींद्रन और उनकी पत्नी दिव्या गोकुलनाथ इस साल को लेकर काफी पॉजिटिव दिख रहे हैं। दोनों ने मिलकर बायजू की शुरुआत की थी।
अब लागत घटाने के लिए कंपनी ले रही बड़े फैसले
पिछला साल बायजू के लिए बहुत बुरा साबित हुआ। हालांकि कंपनी के को-फाउंडर्स ने लक्ष्य रखा है कि वित्त वर्ष 2024 तक कंपनी मुनाफे में आ जाए। इसके लिए कंपनी ने स्पोर्ट्स के तीन बडे़ ब्रांड बीसीसीआई (बोर्ड ऑफ कंट्रोल फॉर क्रिकेट इन इंडिया), आईसीसी (इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल) और फीफा (फेडरेशन इंटरनेशनले डी फुटबाल एसोसिएशन) के साथ ब्रांड पार्टनरशिप्स को रिन्यू नहीं कराने का फैसला किया है।
रवींद्रन ने दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम से इतर मनीकंट्रोल से एक्स्क्लूसिव इंटरव्यू में कहा कि इन पार्टनरशिप्स को लेकर कंपनी ने जो लक्ष्य रखा था, वह पूरा हो चुका है यानी कि लोग बायजू को अच्छी तरह से जानने लगे हैं। कंपनी पिछले साल से ही लागत घटाने के लिए आक्रामक तरीके से कदम उठा रही है। अक्टूबर 2022 में कंपनी ने 2500 से अधिक एंप्लॉयीज की छंटनी कर दी। छंटनी का यह फैसला चालू वित्त वर्ष में ही मुनाफे की स्थिति में आने के लिए किया गया था।