ऑनलाइन ब्रोकिंग प्लेटफॉर्म जीरोधा (Zerodha) के ब्रोकिंग बिजनेस में 10 से 20 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है। यह अनुमान जीरोधा के सीईओ नितिन कामत ने जताया है। यह इसके नियर टर्म बिजनेस आउटलुक का हिस्सा है। CNBC-TV18 के साथ बात करते हुए कामत ने चालू वित्त वर्ष 2025—26 की पहली तिमाही में बाजार गतिविधि में मंदी को इस संभावित गिरावट का कारण बताया। इसके बावजूद जीरोधा अपनी ब्रोकरेज दरों में बदलाव किए बिना वित्त वर्ष 2026 के अंत तक 10,000 करोड़ रुपये का रेवेन्यू जनरेट करने का लक्ष्य लेकर चल रही है।