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Steel Sector: बढ़ते आयात के चलते दबाव में स्टील सेक्टर, अब 2025 में पॉलिसी इनिशिएटिव की उम्मीद

Steel Sector: भारतीय इस्पात उद्योग 2030 तक 30 करोड़ टन प्रति वर्ष की विनिर्माण क्षमता बनाने के लिए विस्तार कर रहा है और लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए शेष 12 करोड़ टन क्षमता को जोड़ने के लिए लगभग 10 लाख करोड़ रुपये के निवेश की जरूरत होगी

MoneyControl Newsअपडेटेड Dec 28, 2024 पर 9:20 PM
Steel Sector: बढ़ते आयात के चलते दबाव में स्टील सेक्टर, अब 2025 में पॉलिसी इनिशिएटिव की उम्मीद
इंडियन स्टील इंडस्ट्री 2025 में अपने हितों की रक्षा के लिए पॉलिसी इनिशिएटिव पर नजर रखेगा।

Steel Sector: बढ़ते आयात से बुरी तरह प्रभावित इंडियन स्टील इंडस्ट्री 2025 में अपने हितों की रक्षा के लिए पॉलिसी इनिशिएटिव पर नजर रखेगा। स्टील इंडस्ट्री कच्चे माल की अस्थिर कीमतों के बीच 30 करोड़ टन क्षमता के लक्ष्य की ओर आगे बढ़ रहा है। इंडस्ट्री के सामने एक और चुनौती क्लीन मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस में बदलाव के प्रयासों में तेजी लाने की होगी, क्योंकि सरकार ग्रीन स्टील प्रोडक्शन को बढ़ावा दे रही है, और वैश्विक स्तर पर कठिन क्षेत्रों में ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में कटौती करने पर जोर दिया जा रहा है।

Steel Sector में सरकारी हस्तक्षेप की उम्मीद

सरकारी हस्तक्षेप जरूरी होगा, क्योंकि भारतीय इस्पात उद्योग 2030 तक 30 करोड़ टन प्रति वर्ष की विनिर्माण क्षमता बनाने के लिए विस्तार कर रहा है और लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए शेष 12 करोड़ टन क्षमता को जोड़ने के लिए लगभग 10 लाख करोड़ रुपये के निवेश की जरूरत होगी। इस्पात मंत्रालय के अनुसार, भारत स्टील का शुद्ध आयातक बना रहा, और वित्त वर्ष 2025 के अप्रैल-सितंबर में आयात, निर्यात से काफी अधिक रहा।

अप्रैल-सितंबर 2024 में 41 फीसदी बढ़ा आयात

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