भारत के लिए बड़ी खुशखबरी सामने आई है। महारत्न कंपनी ऑयल इंडिया लिमिटेड (OIL) ने ओपन एकरेज लाइसेंसिंग पॉलिसी (OALP) के तहत अंडमान शैलो ऑफशोर ब्लॉक (AN-OSHP-2018/1) में ड्रिल किए गए अपने दूसरे कुएं विजयपुरम-2 में नेचुरल गैस मिलने की पुष्टि की है। प्रोडक्शन टेस्टिंग के दौरान मिले गैस के सैंपल के शुरुआती विश्लेषण से साफ हुआ है कि वहां नेचुरल गैस मौजूद है।
ऑयल इंडिया लिमिटेड ने की बड़ी खोज
इस खोज के सोर्स और इसकी क्षमता को समझने के लिए आगे आइसोटोप स्टडी किए जा रहे हैं, ताकि हाइड्रोकार्बन की ओरजिन, रूट्स और स्टोरेज के संकेत मिल सकें। अंडमान ऑफशोर एरिया में OIL की यह पहली हाइड्रोकार्बन खोज है। कंपनी इस इलाके में करीब 10,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में रिसर्च का काम कर रही है।
की जा रही है टेस्टिंग
इस खोज के पैमाने को समझने के लिए और टेस्टिंग किए जा रहे हैं। ऑयल इंडिया अब तक असम, राजस्थान, महानदी और अंडमान में 57 कुओं की ड्रिलिंग कर चुकी है। असम में कुओं की गहराई 5,900 मीटर और अंडमान में 4,200 मीटर तक बढ़ाई गई है। तेजी से काम आगे बढ़ाने के लिए कंपनी ने वित्त वर्ष 2026 में अपना पूंजीगत खर्च दोगुना करके ₹17,000 करोड़ कर दिया है, जो पिछले साल ₹8,500 करोड़ था। साथ ही, 2030 तक कुल ₹1.3 लाख करोड़ का निवेश करने का लक्ष्य रखा गया है।
1 लाख करोड़ का रेवेन्यू पाने का टारगेट
वित्त वर्ष 2025 में 6.71 मिलियन टन प्रति घन मीटर (MMTOE) का रिकॉर्ड तेल और गैस उत्पादन हासिल करने के बाद ऑयल इंडिया ने दशक के अंत तक सालाना ₹1 लाख करोड़ का रेवेन्यू पाने का टारगेट रखा है। इस दौरान प्राकृतिक गैस का प्रोडक्शन 3,252 मिलियन टन प्रति घन मीटर (MMSCM) के ऑल टाइम हाई लेवल पर पहुंच गया। इस घोषणा से पहले कंपनी के शेयर NSE पर 1.35% गिरकर ₹409.20 पर बंद हुए।
हिंदी में शेयर बाजार, स्टॉक मार्केट न्यूज़, बिजनेस न्यूज़, पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App डाउनलोड करें।