टेस्ला के बोर्ड का कहना है कि एलॉन मस्क के 56 अरब डॉलर पे पैकेज को लेकर चल रहे कोर्ट केस को टेक्सास में शिफ्ट नहीं किया जाएगा। डेलावेयर कोर्ट में चल रहे केस के तहत मस्क का यह पे पैकेज रद्द कर दिया गया है। टेस्ला के डायरेक्टर्स का कहना है कि केस को टेक्सास में शिफ्ट नहीं किया जाएगा, फिर भले ही शेयरधारक टेक्सास में टेस्ला के रीइनकॉरपोरेशन की मंजूरी दें या न दें। जनवरी में डेलावेयर चांसरी जज कैथलीन सेंट जे. मैककॉर्मिक ने, डायरेक्टर्स के हितों के टकराव और प्लान्स की डिटेल्स को ठीक से प्रकट करने में कंपनी की विफलता के कारण एलॉन मस्क के पे पैकेज को रद्द कर दिया था। इसके बाद मस्क ने टेस्ला को अपने कॉरपोरेट होम को टेक्सास में शिफ्ट करने के लिए कहा।
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, Tesla के बोर्ड के वकीलों का कहना है कि एक निवेशक जिसने डेलावेयर जज को मस्क (Elon Musk) के रिकॉर्ड-सेटिंग पे पैकेज को रद्द करने के लिए राजी किया था, वह जून में होने वाले प्रॉक्सी वोट के बारे में काल्पनिक आशंकाएं पैदा कर रहा है। जून में वोटिंग इस बात पर होगी कि क्या कंपनी को डेलावेयर को छोड़ देना चाहिए और मस्क के कंपंजेशन प्लान को बहाल करना चाहिए।
प्रॉक्सी वोट, डेलावेयर कानून के तहत
Tesla के डायरेक्टर्स ने इस सप्ताह की फाइलिंग में तर्क दिया कि प्रॉक्सी वोट, डेलावेयर कानून के तहत हो रहा है और आगे मुकदमेबाजी के बारे में कोई भी आशंका, अटकलें हैं। 2022 के ट्रायल के बाद मुकदमा जीतने वाले शेयरधारक रिचर्ड टॉर्नेटा चाहते हैं कि जज 13 जून की वार्षिक शेयरधारक बैठक से पहले एक आदेश जारी करें, जिसमें टेस्ला को फर्स्ट स्टेट के अलावा कहीं भी वेतन मुद्दे पर मुकदमा चलाने से रोक दिया जाए।
बोर्ड के वकीलों ने सार्वजनिक की जा चुकी डेलावेयर चांसरी कोर्ट फाइलिंग में कहा, टेस्ला के डायरेक्टर्स ने इस कार्रवाई से संबंधित किसी भी मुद्दे पर किसी अन्य फोरम पर मुकदमा चलाने की धमकी नहीं दी है और न ही उनका ऐसा इरादा है। कंपनी ने अप्रैल फाइलिंग में भी इसी तरह के तर्क दिए थे।
8 जुलाई को होने वाली है अगली सुनवाई
यह स्पष्ट नहीं है कि डेलावेयर में विवाद को बरकरार रखने के मैककॉर्मिक के आदेश का मामले पर क्या प्रभाव पड़ेगा। यदि टेस्ला टेक्सास में रीइनकॉरपोरेट होती है और उसका बोर्ड वहां मस्क के वेतन को मंजूरी देता है, तो निवेशक को टेक्सास कानून के तहत एक नए मुकदमे के साथ इसे चुनौती देनी होगी। मैककॉर्मिक ने मामले में अंतिम आदेश जारी करने के लिए 8 जुलाई की सुनवाई तय की है।