गूगल ने भारत में एंड्रॉयड यूजर्स के लिए एक निजी डिजिटल वॉलेट 'गूगल वॉलेट' पेश किया है। इसमें यूजर्स अपने बोर्डिंग पास को एक्सेस कर सकेंगे, लॉयल्टी कार्ड, मूवी/ईवेंट टिकट, मेट्रो टिकट, पब्लिक ट्रांसपोर्ट पास, आईडी आदि सुरक्षित रख सकेंगे। इसके अलावा स्टोर ऑफिस/कॉरपोरेट बैज और फिजिकल डॉक्युमेंट्स को डिजिटाइज किया जा सकेगा। गूगल वॉलेट 8 मई से भारत में ऑपरेशनल हो गया है और यह मौजूदा पेमेंट ऐप गूगल पे की एक कॉम्प्लिमेंटरी सर्विस के तौर पर आया है। गूगल वॉलेट को प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है।
Google के जीएम एवं इंडिया इंजीनियरिंग लीड (एंड्रॉयड) राम पापट्ला ने कहा, ‘‘गूगल पे कहीं नहीं जा रहा है। यह हमारा प्राइमरी पेमेंट ऐप बना रहेगा। गूगल वॉलेट विशेष रूप से नॉन-पेमेंट यूज मामलों के लिए तैयार किया गया है। यह गूगल पे ऐप से अलग है।’’ Google Wallet ऐप से पेमेंट नहीं किया जा सकेगा।
20 भारतीय ब्रांड्स के साथ साझेदारी
उन्होंने आगे कहा कि गूगल वॉलेट के पीछे विचार एक ऐसा ओपर सॉफ्टवेयर क्रिएट करना था, जहां कैरियर्स, ओरिजिनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर्स और डेवलपर्स बेहतरीन प्रोडक्ट बना सकें। नई सेवा के लिए Google ने एयर इंडिया, इंडिगो, फ्लिपकार्ट, पाइन लैब्स, कोच्चि मेट्रो, पीवीआर और आईनॉक्स जैसे 20 भारतीय ब्रांड्स के साथ साझेदारी की है और कहा है कि आने वाले महीनों में और अधिक साझेदार शामिल होंगे।
Google Wallet फिलहाल 80 देशों में ऑपरेशनल
पापट्ला ने आगे कहा कि गूगल निश्चित रूप से भविष्य में एक ऑल-इन-वन ऐप बनाने पर विचार करेगी, जो पेमेंट और नॉन-पेमेंट दोनों मामलों की अनुमति देता हो। कंपनी की सर्वोच्च प्राथमिकता वर्तमान में वैल्यू और इंगेजमेंट क्रिएट करना, साझेदारों को ऑनबोर्ड करना और विश्वास हासिल करना है। उन्होंने यह भी कहा कि गूगल वॉलेट, सुरक्षा और गोपनीयता की नींव पर बनाया गया है। वर्तमान में यह लगभग 80 देशों में ऑपरेशनल है।