दिग्गज फार्मा कंपनी फाइजर (Pfizer) के बोर्ड ने आज 6 सितंबर को चालू वित्त वर्ष 2023 के लिए 30 रुपये के अंतरिम स्पेशल डिविडेंड के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। फाइजर ने शेयर बाजारों को भेजी गई सूचना में इसकी जानकारी दी है कि आज बोर्ड की बैठक में इस पर फैसला लिया गया है। रेगुलेटरी फाइलिंग के मुताबिक कंपनी उपजॉन बिजनेस (Upjohn Business) को माइलन फार्मा (Mylan Pharmaceuticals Private Limited) को बेचने पर जो मुनाफा हुआ है, उसे शेयरधारकों के बीच स्पेशल अंतरिम डिविडेंड के रूप में बांटा जाएगा। आज इसके शेयर आधे फीसदी की तेजी के साथ बीएसई पर 4,306.75 रुपये के भाव पर बंद हुए हैं।
इन शेयरधारकों को मिलेगा स्पेशल अंतरिम डिविडेंड
फार्मा कंपनी द्वारा शेयरधारकों को भेजी गई जानकारी के मुताबिक 30 सितंबर 2022 या इससे पहले एलिजिबिल शेयरहोल्डर्स को डिविडेंड दे दिया जाएगा। एलिजिबिल शेयरहोल्डर्स होने के लिए कंपनी ने 20 सितंबर 2022 को रिकॉर्ड डेट तय किया है। रिकॉर्ड डेट का मतलब होता है कि इस दिन कंपनी अपने शेयरधारकों के रिकॉर्ड्स चेक करती है यानी कि कौन उनके शेयरहोल्डर्स हैं। 20 सितंबर 2022 रिकॉर्ड डेट तय होने का मतलब है कि इससे एक कारोबारी दिन पहले यानी 19 सितंबर 2022 तक जिनके पास कंपनी के शेयर होंगे, उन्हें यह अंतरिम डिविडेंड दिया जाएगा।
कंपनी के बारे में डिटेल्स
फाइजर घरेलू स्टॉक एक्सचेंज में 1966 से ही लिस्ट है। यह वैक्सीन, हॉस्पिटल, इंटरनल मेडिसिन और इंफ्लेमेशन व इम्यूनोलॉजी से जुड़े कारोबार के तहत 15 प्रकार की थेरेपी के लिए 150 से अधिक प्रोडक्ट्स बनाती है। पिछले साल अक्टूबर में कंपनी ने माइलन फार्मा के हाथों अपने उपजॉन बिजनेस को बेचने के लिए समझौते की जानकारी दी थी। वित्तीय स्थिति की बात करें तो फाइजर के लिए चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही शानदार नहीं रही और इसका कंसालिडेटेड नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 83 फीसदी की गिरावट के साथ महज 33 करोड़ रुपये रहा। इसका ऑपरेशंस से रेवेन्यू भी सालाना आधार पर 749 करोड़ रुपये से गिरकर 593 करोड़ रुपये रह गया। इस साल इसके शेयर अभी तक 15 फीसदी और एक साल में 29 फीसदी टूट चुके हैं।