Trump Tariff Effect: अमेरिकी रेसिप्रोकल टैरिफ के चलते अब इस बात की आशंका बढ़ गई है कि चीन से भारत में आयात का फ्लो तेजी से बढ़ सकता है। ऐसे में भारत ने भी इससे निपटने की तैयारी शुरू कर दी है और भारत आने वाले सामानों की निगरानी सख्त कर दी है। इसे लेकर डिपार्टमेंट ऑफ कॉमर्स कई इंटर्नल मीटिंग्स कर रही है जिसकी अगुवाई कॉमर्स सेक्रेटरी सुनील बर्थवाल कर रहे हैं। एक मीडिया रिपोर्ट से इसका खुलासा हुआ है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कॉमर्स डिपार्टमेंट किसी भी स्थिति के लिए पूरी तरह तैयार है। इसमें यह भी खुलासा हुआ है कि बुधवार को अमेरिकी रेसिप्रोकल टैरिफ का ऐलान होने से पहले से ही आयात की स्थिति पर भारत करीब से निगरानी रखे हुए है। अमेरिकी चाइनीज सामानों पर अतिरिक्त शुल्क लगा रहा है।
FY25 में चीन को घटा निर्यात लेकिन आयात में उछाल
बढ़ते ट्रेड वार के बीच इस बात की आशंका बनी है कि चीन अपने निर्यात का रास्ता मोड़ सकता है और यह अमेरिका भेजे वाले सामानों को दूसरे देशों में भेज सकता है जैसे कि भारत में। एक्सपर्ट्स ने भी सरकार को इसे लेकर सतर्क किया है। इससे पहले कॉमर्स डिपार्टमेंट ने जोर देकर कहा था कि भारत में एंटी-डंपिंग सेफगार्ड बहुत मजबूत है और डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ ट्रेड रेमेडीज इस पर नजर रखे हुए है। आंकड़ों की बात करें तो कॉमर्स डिपार्टमेंट के हिसाब से वित्त वर्ष 2025 के अप्रैल 2024-फरवरी 2025 में चीन से भारत में आयात सालाना आधार पर 10.4 फीसदी उछलकर 10370 करोड़ डॉलर पर पहुंच गया लेकिन इसी दौरान चीन को निर्यात 15.7 फीसदी गिरकर 1270 करोड़ डॉलर पर आ गया।
कितना टैरिफ लगाया है अमेरिका ने ?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2 अप्रैल को रेसिप्रोकल टैरिफ को लेकर एक एग्जीक्यूटिव ऑर्डर जारी किया जिसमें आयात पर 10 फीसदी से 50 फीसदी का टैरिफ लगाने का ऐलान किया गया। इसमें 10 फीसदी की बेसलाइन ड्यूटी आज 5 अप्रैल से लागू हो गई है और बाकी अतिरिक्त ड्यूटी 9 अप्रैल से लागू होगी और इसकी दर देश के हिसाब से तय होगी। चीन पर इसका असर अधिक है क्योंकि 34 फीसदी के अतिरिक्त टैरिफ के साथ इस पर कुल 54 फीसदी की ड्यूटी लग रही है। चीन ने पलटवार करते हुए 4 अप्रैल को अमेरिका के सभी सामानों पर 34 फीसदी का अतिरिक्त शुल्क लगा दिया और कुछ रेयर अर्थ के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया। इसके अलावा चीन ने अमेरिका के 30 संगठनों पर प्रतिबंध लगा दिया जिसमें अधिकतर डिफेंस से जुड़ी हैं। चीन के पलटवार पर ट्रंप ने प्रतिक्रिया दी है कि चीन ने गलत तरीके से इसे खेला है और वे घबरा गए हैं। वहीं चीन ने टिकटॉक से जुड़ी डील रोक दी है।