दिग्गज अमेरिकी कंपनी ट्विलो (Twillo) ने 11 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी का ऐलान किया है। कंपनी में 7800 से अधिक कर्मी काम करते हैं और छंटनी के इस फैसले का असर 800 से 900 लोगों को बाहर निकलना पड़ेगा। कस्टमर एंगेजमेंट प्लेटफॉर्म ट्विलो वैश्विक स्तर पर आर्थिक उथल-पुथल के दौरान लागत घटाने के लिए यह फैसला किया है।
कंपनी के सीईओ जेफ लॉसन ने सभी कर्मियों को एक मैसेज में छंटनी के फैसले को बुद्धिमानी भरा और जरूरी बताया है। सीईओ ने कर्मियों पर आरोप लगाया है कि पिछले कुछ वर्षों में उन्होंने काम पर फोकस कम किया जिसके चलते कंपनी की ग्रोथ प्रभावित हुई है। छंटनी के फैसले का शेयरों पर पॉजिटिव असर दिख रहा है। इस साल इसके शेयर करीब 73 फीसदी टूट चुके हैं लेकिन छंटनी के ऐलान के बाद 1 फीसदी चढ़ गए।
निकाले गए कर्मियों को क्या मिलेगा?
ट्विलो के ब्लॉग के मुताबिक कंपनी के सीईओ ने छंटनी से जुड़े सभी फैसलों की जिम्मेदारी ली है। लॉसन के मुताबिक ट्विलो हमेशा आगे बढ़ने वाली कंपनी थी लेकिन कुछ निवेश ऐसे हैं जो किसी काम के नहीं साबित हुए और कुछ ऐसे क्षेत्र हैं, जिसे और बेहतर किए जाने की जरूरत है।
लॉसन के मुताबिक छंटनी का सबसे अधिक असर आरएंडडी, जनरल और एडमिनिस्ट्रेटिव डिपार्टमेंट पर पड़ेगा। जिन कर्मियों को बाहर निकाला जाएगा, उन्हें कम से कम 12 हफ्ते का पेमेंट जाएगा। इसके अलावा ट्विलो में जितने साल काम किया है, उतने हफ्ते का पेमेंट और ट्विलो में स्टॉक ऑप्शन भी मिलेगा।
कंपनी के कारोबार में बड़ी गिरावट
ट्विलो के लिए इस साल 2022 की दूसरी तिमाही अप्रैल-जून 2022 में बिक्री महज 41 फीसदी बढ़ी। यह दिसंबर 2017 तिमाही के बाद का सबसे कम ग्रोथ है। कंपनी की सेल्स ग्रोथ पर साइबर हमले के चलते निगेटिव असर पड़ा। इस साइबर हमले के चलते 100 से अधिक ग्राहकों के डेटा में सेंध लगी थी। कंपनी अब वर्ष 2023 में मुनाफे के लिए सभी यत्न कर रही है और इसके चलते छंटनी का फैसला लिया गया है।