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Commodity market: ब्याज दरों पर केंद्रीय बैंकों के रुख और अमेरिकी महंगाई आंकड़े तय करेंगे बाजार की दिशा

Commodity market: हालांकि, अमेरिकी खुदरा महंगाई दर और खुदरा बिक्री में कोई बड़ी बढ़त होने पर डॉलर में रिकवरी भी संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। क्योंकि ऐसा होने पर एफओएमसी बैठकों में दरों में बढ़ोतरी की संभावना बढ़ सकती है। अगले हफ्ते बाजार की नजर चीन अहम इकोनॉमिक आंकड़ों पर भी टिकी रहेगी

Edited By: Sudhanshu Dubeyअपडेटेड Jun 10, 2023 पर 12:54 PM
Commodity market: ब्याज दरों पर केंद्रीय बैंकों के रुख और अमेरिकी महंगाई आंकड़े तय करेंगे बाजार की दिशा
Commodity market:बेस मेटल्स को महंगाई में आई कमी और चीन के खराब आंकड़ों से कुछ राहत मिली है। दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में मई में नरमी देखने को मिली है

Commodity market:चीन से प्रोत्साहन पैकेज की बढ़ती उम्मीदों के साथ-साथ फेड रेट में बढ़ोतरी की बढ़ती संभावना ने इस सप्ताह कमोडिटी बाजार पर अपना असर दिखाया। अमेरिकी बेरोजगार दावों में अप्रत्याशित उछाल और फेड रेट में बढ़ोतरी की संभावना के चलते डॉलर इंडेक्स 104 के स्तर से नीचे फिसल गया। इसके अलावा, मई में अमेरिकी सर्विस सेक्टर में बहुत ही मामूली बढ़त देखने को मिली है। इस अवधि में अमेरिका में कारोबारी गतिविधियों और नए ऑर्डर की मात्रा में धीमापन देखने को मिला है। इसके साथ ही कंपनियों की इनपुट कॉस्ट भी तीन साल के निचले स्तर तक गिर गई।

दूसरी तरफ यूरो 1.0785 के दो सप्ताह के अपने उच्च स्तर पर पहुंच गया। इसमें इस उम्मीद से बढ़ोतरी हुई है कि यूरोपीय सेंट्रल बैंक अगले सप्ताह अपनी दरों में 25 बीपीएस की बढ़त कर सकता है। इसके बाद जुलाई में 25 बीपीएस की और बढ़त होगी, जिससे दरें 3.75 फीसदी हो जाएंगी।

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