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कच्चा तेल $120 के नीचे आया, LME पर जिंक चढ़ा-निकेल गिरा, जानिए क्या है अन्य कमोडिटी का हाल

LME पर निकेल, एल्युमीनियम, कॉपर के दाम गिरे है। एल्युमीनियम का भाव $3610 के नीचे लुढ़का है। निकेल का भाव $35500 के नीचे लुढ़का है.

अपडेटेड Mar 28, 2022 पर 2:48 PM
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कच्चे तेल का भाव 120 डॉलर के नीचे आया है। ब्रेंट 119 डॉलर के ऊपर खुला था और फिलहाल यह 117 डॉलर के करीब कारोबार कर रहा है।

ईरान न्यूक्लीयर डील पर बात जल्द बनने की उम्मीद और US के SPR से क्रूड जारी करने संभावनाओं के बीच कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट देखने को मिल रही है। वहीं सोने चांदी में एक दायरे में कारोबार हो रहा है। लेकिन LME पर निकेल का भाव एक दिन में करीब 5% लुढ़क गया है। वहीं गेहूं की कीमतें में आज भी तेजी जारी है। शिकागो में आज भी गेहूं की कीमतें 16 डॉलर से ज्यादा चढ़ी हैं।

क्या ठंडा हो रहा है क्रूड?

कच्चे तेल का भाव 120 डॉलर के नीचे आया है। ब्रेंट 119 डॉलर के ऊपर खुला था और फिलहाल यह 117 डॉलर के करीब कारोबार कर रहा है। आज ब्रंट का भाव अब तक करीब 2.75% गिरा है। WTI के दाम 115 डॉलर के नीचे आया है। आज WTI का भाव अब तक करीब 3.50% लुढ़का है। MCX पर कच्चे तेल का भाव करीब 2% लुढ़का है।


क्यों आ रही है गिरावट?

कच्चे तेल की गिरावट पर नजर डालें तो 32वें दिन भी रूस-यूक्रेन की जंग जारी है। तुर्की में आज यूक्रेन-रूस के बीच बातचीत जारी है। EU ने रूसी तेल पर प्रतिबंध नहीं लगाया है। यूएस रिजर्व से क्रूड जारी कर सकता है। ईरान डील पर जल्द बात बनने की उम्मीद है। चीन में कोरोना के मामले तेजी से बढ़े है। चीन के कई शहरों में लॉकडाउन बढ़ा है। चीन में पब्लिक ट्रांसपोर्ट, फैक्ट्रियां बंद है। कोरोना के कारण चीन में मांग गिरने की आशंका है।

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LME पर जिंक चढ़ा, निकेल गिरे

LME पर निकेल, एल्युमीनियम, कॉपर के दाम गिरे है। एल्युमीनियम का भाव $3610 के नीचे लुढ़का है। निकेल का भाव $35500 के नीचे लुढ़का है। कॉपर का भाव भी $10300 के नीचे आया है। निकेल का भाव सिर्फ 1 दिन में करीब 5% गिरा है। कॉपर का भाव करीब 1.25% लुढ़का है।

जिंक में तेजी

LME पर जिंक का भाव $4000 के ऊपर है। लगातार दूसरे हफ्ते जिंक की कीमतों में तेजी बनी हुई है। जिंक 2 हफ्तों में करीब 6.50% चढ़ा है।

क्यों बना दबाव?

डॉलर में मजबूती से कीमतों पर दबाव बना हुआ है। US FED के सख्त रुख से भी भाव गिरे है। चीन में कोरोना के मामलों में तेजी जारी है। कोरोना के कारण चीन में मांग गिरने की आशंका है। क्रूड में दबाव ने बनाया कीमतों पर दबाव देखने को मिल रहा है।

गेहूं की कीमतों में तेजी जारी

दुनिया में एक्सपोर्ट पर 5 देशों का कब्जा है। रूस, अमेरिका, कनाडा, फ्रांस, यूक्रेन सबसे बड़े एक्सपोर्टर है। 5 देशों का मिलकर 65% बाजार पर कब्जा है। 30% एक्सपोर्ट रूस, यूक्रेन मिल कर करते हैं। रूस का आधा गेहूं इजिप्ट, तुर्की, बांग्लादेश खरीद लेते हैं। रूस-यूक्रेन की युद्ध का कराण गेहूं की सप्लाई रुकी है। सप्लाई रुकने की वजह से गेहूं की कीमतों में उछाल आया है। दुनिया में गेहूं के पैदावार में चीन पहला, भारत दूसरा देश है।

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