भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें बीते कई वर्षों से लगभग स्थिर बनी हुई हैं। मई 2022 से लेकर अब तक इनमें कोई बड़ा बदलाव नहीं देखा गया है, जबकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दामों में उतार-चढ़ाव जारी है। रोजाना सुबह 6 बजे ऑयल कंपनियां दरों को अपडेट करती हैं, लेकिन सरकार की नीतियों, टैक्स व्यवस्था और मूल्य नियंत्रण के कारण आम लोगों तक इसका असर बहुत कम पहुंचता है। कई बार कच्चे तेल की कीमतें बढ़ने पर भी खुदरा दरों में कोई अंतर नहीं आता।