Experts Views on Edible Oil Price : खाद्य तेल क्षेत्र में पारदर्शिता और निगरानी बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार कोशिश कर रहे हैं। लेकिन अन्य खाद्य पदार्थों की तुलना में तेलों की महंगाई ने कमर तोड़ दी है। हालांकि यह भी माना जा रहा है कि यहां से खाने के तेलों की कीमतों में गिरावट ना दिखे। खाने के तेल की कीमतों और इसमें आ रहे उतार-चढ़ाव पर विस्तार से सीएनबीसी-आवाज से बात करते हुए श्री रेणुका शुगर्स के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन अतुल चतुर्वेदी ने कहा कि खाने के तेल के दाम बढ़ना तय था। ड्यूटी ज्यादा होने से दाम बढ़ना तय था। देश में खाने के तेल की खपत घटी है। भारत एक प्राइस सेंसिटिव मार्केट है। जिसका रिफलेक्शन यह है कि आज देश में खाने के तेल का इंपोर्ट बढ़ने के बजाय घटा है।