कॉर्पोरेट एवरेज फ्यूल एफिशियंसी (कैफे) के अगले चरण के नियमों को लेकर इंडियन इंडस्ट्री दो खेमों में बंटी नजर आ रही है। ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशियंसी (बीईई) ने इस बारे में एक ड्राफ्ट पेश किया है। इसमें वजन और कीमत के आधार पर छोटे कारों की कैटेगरी तय करने का प्रस्ताव है। मारुति सुजुकी, टोयोटा, होंडा और रेनॉ इस प्रस्ताव का समर्थन कर रही हैं। लेकिन, टाटा मोटर्स, ह्युंडई, महिंदा एंड महिंद्रा सहित कई कंपनियां इस प्रस्ताव के विरोध में हैं।
