Rohit Sharma: बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी से पहले भारत को झटका! रोहित शर्मा का ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट में खेलना संदिग्ध
Border Gavaskar Trophy: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने रविवार (3 नवंबर) को न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू मैदान पर 0-3 से मिली निराशाजनक हार को अपने करियर का सबसे बुरा दौर बताया। कप्तान ने टेस्ट सीरीज में मिली शर्मनाक हार की पूरी जिम्मेदारी ली
Border Gavaskar Trophy: भारत बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में अपना अभियान पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में शुरू करेगा
India-Australia Border Gavaakar Test series: भारतीय कप्तान रोहित शर्मा का निजी कारणों से इस महीने के अंत में पर्थ में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट में खेलना संदिग्ध है। भारत पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले टेस्ट में पैट कमिंस की कप्तानी वाली टीम से भिड़ेगा। भारतीय कप्तान ने रविवार (3 नवंबर) को कहा कि वह इस मैच में खेलने की पूरी उम्मीद लगाए हैं। भारतीय टीम 22 नवंबर से पर्थ में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने के लिए तैयार है।
रोहित ने मुंबई में न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे और अंतिम टेस्ट में भारत को मिली 25 रन की हार के बाद कहा, "मुझे नहीं पता कि मैं जाऊंगा या नहीं, लेकिन उम्मीद लगाए हूं।" अगर रोहित पहले टेस्ट में नहीं खेल पाते हैं तो उप कप्तान जसप्रीत बुमराह सीरीज के पहले मैच में टीम की अगुआई करेंगे। जबकि अभिमन्यु ईश्वरन उनके कवर के तौर पर खेल सकते हैं।
भारत के न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू मैदान पर 0-3 से सीरीज गंवाने के बाद बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी और भी अहम हो जाएगी। क्योंकि दोनों टीमें फिर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल में पहुंचने की कोशिश में लगी हैं।
भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे और अंतिम टेस्ट में रविवार को मुंबई में 25 रन से हार का सामना करना पड़ा जिससे उसे पहली बार घरेलू मैदान पर 0-3 से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा। भारतीय टीम 147 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 121 रन पर ऑल आउट हो गई।
रोहित शर्मा ने ली हार की जिम्मेदारी
रोहित शर्मा ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, "इस तरह का प्रदर्शन मेरे करियर का सबसे बुरा दौर होगा और मैं इसकी पूरी जिम्मेदारी लेता हूं।" उन्होंने कहा कि घरेलू मैदान पर इस तरह से टेस्ट सीरीज गंवाने को आसानी से पचाया नहीं जा सकता है। रोहित ने कहा, "सीरीज गंवाने की बात पचाना मुश्किल है। सीरीज हारना, टेस्ट मैच हारना कभी भी आसान नहीं होता। यह आसानी से पचने वाली बात नहीं है। हमने अपना सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट नहीं खेला। न्यूजीलैंड ने पूरी श्रृंखला में बेहतर प्रदर्शन किया। हमने कई गलतियां कीं।"
भारतीय कप्तान ने कहा, "पहले दो टेस्ट में हमने पहली पारी में ज्यादा रन नहीं बनाए। इस मैच में हमने 28 रन की बढ़त हासिल की और फिर मिले लक्ष्य को हासिल किया जा सकता था।" उन्होंने कहा, "हम एक इकाई के रूप में विफल रहे। जब आप इस तरह के लक्ष्य का पीछा कर रहे होते हैं तो आप चाहते हैं कि बोर्ड पर रन बने। यह मेरे दिमाग में था लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। जब जो चाहते हो ऐसा नहीं होता तो यह अच्छा नहीं लगता।"
खुद के प्रदर्शन से निराश
शर्मा ने यह भी स्वीकार किया कि वह अपने खुद के प्रदर्शन से भी निराश हैं। उन्होंने कहा, "मैं कुछ खास योजनाओं के साथ मैदान में उतरता हूं और इस सीरीज में वे योजनाएं सफल नहीं हो पाईं। हमने इन परिस्थितियों में अपना सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट नहीं खेला और इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।" रोहित ने कहा कि मैं कप्तान के रूप में और बल्लेबाजी में भी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पाया। एक इकाई के रूप में हम मिलकर अच्छा प्रदर्शन करने में विफल रहे।
अपनी बल्लेबाजी के बारे में विस्तार से बताते हुए कप्तान ने कहा कि वह अपने खेल की समीक्षा करेंगे। उन्होंने कहा, "मेरा डिफेंस। मैंने क्रीज पर बहुत ज्यादा देर तक नहीं खेला तो मैंने बहुत ज्यादा डिफेंड नहीं किया। मुझे इस पर गौर करने की जरूरत है। मैं अपनी टीम को अच्छी स्थिति में रखने की कोशिश करता हूं, लेकिन कभी कभार आप दूसरी तरफ हो जाते हैं।"
रोहित ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि मैंने अपने डिफेंस पर भरोसा खो दिया है। मैं स्वीकार करता हूं कि मैंने इस सीरीज में अच्छी बल्लेबाजी नहीं की है। लेकिन सिर्फ दो सीरीज ही ऐसी रही हैं जिनमें मैंने अच्छी बल्लेबाजी नहीं की है।" उन्होंने कहा, "जैसे जैसे आप आगे बढ़ते हो, आप कोशिश करते हो और सुधार करने की कोशिश करते हो कि मैं और क्या कर सकता हूं। ऐसा भी हो सकता है कि आप ऐसा नहीं हो लेकिन मैं फिर से देखूंगा।"
भारत को न्यूजीलैंड से यह शर्मनाक हार मिली जो श्रीलंकाई टीम से 0-2 से हारने के बाद यहां पहुंची थी। उसका स्टार बल्लेबाज केन विलियमसन भी चोट के कारण टीम में शामिल नहीं था। अब भारत को ऑस्ट्रेलिया का दौरा करना है जिसमें मेहमान टीम ने अपने पिछले दो दौरों में जीत हासिल की है। जब रोहित से पूछा गया कि ऑस्ट्रेलियाई परिस्थितियों में युवा बल्लेबाजों के लिए यह कितना मुश्किल होगा तो उन्होंने कहा, "यह बहुत चुनौतीपूर्ण होगा।"
उन्होंने कोच गौतम गंभीर की अगुआई वाले नए सहयोगी स्टाफ का भी समर्थन किया जिसमें नीदरलैंड के रेयान टेन डोशेट और पूर्व खिलाड़ी अभिषेक नायर भी शामिल हैं। रोहित ने कहा, "कोचिंग स्टाफ अच्छा रहा है, वे अभी आए हैं। वे अब भी समझ रहे हैं कि खिलाड़ी और टीम कैसे काम करती है। खिलाड़ियों की जिम्मेदारी है कि वे उनके लिए चीजों को आसान बनाएं।"