हमारे घरों में अक्सर बुजुर्ग यह कहते नजर आते हैं "खाने के बाद थोड़ा गुड़ जरूर खाओ।" ये बात सुनने में भले ही पुरानी लगे, लेकिन इसके पीछे छिपा है सेहत का बड़ा राज। गुड़ सिर्फ एक मीठा स्वाद नहीं देता, बल्कि ये शरीर को कई तरह के फायदे भी देता है। खासतौर पर जब इसे भोजन के बाद खाया जाए, तो इसका असर और भी चमत्कारी हो जाता है। ये पाचन को दुरुस्त करता है, गैस और अपच से राहत दिलाता है और पेट को हल्का महसूस कराता है। इसके अलावा गुड़ लिवर को डिटॉक्स करने, खून की कमी को दूर करने और शरीर में एनर्जी बढ़ाने में भी मदद करता है।
यही वजह है कि आज भी आयुर्वेद में गुड़ को औषधीय गुणों से भरपूर माना जाता है। तो अगली बार जब खाना खाएं, तो उसके बाद एक छोटा सा टुकड़ा गुड़ जरूर खाइए – सेहत भी बनेगी और स्वाद भी।
पेट को देता है आराम, पाचन बनाता है आसान
खाना खाने के बाद गुड़ का छोटा टुकड़ा खाने से पाचन तंत्र एक्टिव हो जाता है। इससे खाना जल्दी पचता है और पेट भारी नहीं लगता। गैस, अपच और एसिडिटी जैसी समस्याओं से राहत मिलती है।
गैस और पेट फूलने से दिलाता है छुटकारा
अगर खाना खाने के बाद पेट फूलने लगता है या गैस बनती है, तो गुड़ आपकी पहली मदद हो सकता है। ये पेट को ठंडक देता है और गैस बनने से रोकता है। साथ ही कब्ज से भी राहत दिलाता है।
भोजन के बाद मीठा खाने की क्रेविंग तो होती ही है। ऐसे में गुड़ एक हेल्दी और स्वादिष्ट विकल्प है। ये जीभ का स्वाद ठीक करता है और शरीर की थकान को भी दूर करता है।
गुड़ शरीर को डिटॉक्स करने का काम करता है। ये लिवर की सफाई करता है और टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करता है, जिससे शरीर अंदर से स्वस्थ रहता है।
गुड़ आयरन का अच्छा स्रोत है। रोजाना थोड़ा गुड़ खाने से शरीर में खून की मात्रा संतुलित रहती है और एनीमिया का खतरा कम हो जाता है।
खाने के तुरंत बाद लगभग 5–10 ग्राम गुड़ का सेवन करें। ज्यादा मात्रा में न खाएं क्योंकि इसमें नेचुरल शुगर होती है। डायबिटीज के मरीज डॉक्टर की सलाह लेकर ही सेवन करें।
हमेशा शुद्ध, देसी या ऑर्गेनिक गुड़ का ही इस्तेमाल करें।
बहुत पुराना या सड़ा-गला गुड़ खाने से बचें।
बच्चों को भी सीमित मात्रा में ही दें।
सेहत का सस्ता और असरदार उपाय
खाने के बाद गुड़ खाना न सिर्फ एक मीठी आदत है, बल्कि ये आपकी सेहत के लिए रोज का टॉनिक भी है। ये एक ऐसा घरेलू नुस्खा है जिसे हर उम्र का इंसान आसानी से अपनाकर फायदे उठा सकता है।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।