Heart: ये एक आदत कर रही है दिल को कमजोर, फौरन छोड़ें नहीं तो पछताना पड़ेगा!
Heart health: डिसलिपिडेमिया एक आम लेकिन खामोश बीमारी है, जो शरीर में फैट्स के असंतुलन के कारण होती है। इसमें खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है और अच्छा कोलेस्ट्रॉल कम हो जाता है। यह स्थिति दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ा सकती है। सही समय पर पहचान और जीवनशैली में बदलाव से इससे बचा जा सकता है
Heart health: डिसलिपिडेमिया की सबसे बड़ी समस्या है कि इसके लक्षण बेहद आम होते हैं
सालों से हम कोलेस्ट्रॉल को सिर्फ मोटापे या दिल की बीमारी से जोड़ते आए हैं, लेकिन एक बीमारी है जो इससे भी आगे जाकर खतरा बन रही है नाम है डिसलिपिडेमिया (Dyslipidemia)। सुनने में भले ही कुछ अलग लगे, लेकिन ये समस्या आजकल तेजी से फैल रही है और कई लोगों की सेहत को बिना शोर-शराबे के नुकसान पहुंचा रही है। इसमें खून में फैट्स यानी वसा का स्तर बिगड़ जाता है, जिससे शरीर धीरे-धीरे अंदर से कमजोर होने लगता है। खासकर जब शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ने लगे और अच्छा कोलेस्ट्रॉल घटने लगे, तब ये बीमारी धीरे-धीरे दिल की बीमारियों की तरफ ले जाती है।
ज्यादातर लोग इसे पहचान भी नहीं पाते और जब तक समझ में आता है, तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। इसलिए समय रहते इसके लक्षणों और बचाव के उपायों को जानना बेहद जरूरी है।
दिखते नहीं लक्षण
डिसलिपिडेमिया की सबसे बड़ी समस्या है कि इसके लक्षण बेहद आम होते हैं, या फिर कई बार बिल्कुल नहीं दिखते। इसलिए लोग इसे पहचान नहीं पाते। जब तक शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा से ब्लॉकेज न बन जाए, तब तक ये बीमारी कोई साफ संकेत नहीं देती। यही वजह है कि हार्ट अटैक या स्ट्रोक जैसी घटनाएं अचानक होती हैं।
WHO की चेतावनी
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, दुनिया में हर साल 2.6 मिलियन (26 लाख) मौतों के पीछे बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल जिम्मेदार होता है। साथ ही ये रोग हर साल लगभग 3 करोड़ लोगों को अपंगता की ओर भी ले जा रहा है।
पहचानें ये सामान्य लेकिन गंभीर लक्षण
सीने में भारीपन या दर्द
हल्की सांस चढ़ना
थकावट या जल्दी थक जाना
व्यायाम के समय सांस फूलना
ब्लड प्रेशर का बढ़ना
दिल की धड़कनों में तेजी या अनियमितता
ये लक्षण आम लग सकते हैं, लेकिन इन्हें नज़रअंदाज़ करना भारी पड़ सकता है।
कोलेस्ट्रॉल के सामान्य स्तर क्या होने चाहिए?
डॉक्टर्स के मुताबिक, कोलेस्ट्रॉल के ये सामान्य स्तर होने चाहिए:
LDL (खराब कोलेस्ट्रॉल): 100 mg/dL से कम
HDL (अच्छा कोलेस्ट्रॉल): पुरुषों के लिए 40 mg/dL से ज़्यादा, महिलाओं के लिए 50 mg/dL से ज़्यादा
ट्राइग्लिसराइड्स: 150 mg/dL से कम
कुल कोलेस्ट्रॉल: 200 mg/dL से कम
कैसे बचें इस खतरनाक स्थिति से?
विशेषज्ञ बताते हैं कि ये रोग दवाओं और लाइफस्टाइल में बदलाव से पूरी तरह कंट्रोल में लाया जा सकता है।
जरूरी टिप्स:
डेली एक्सरसाइज करें: हफ्ते में कम से कम 150 मिनट
संतुलित आहार लें: फल, सब्जियां, साबुत अनाज
सैचुरेटेड और ट्रांस फैट्स से बचें
धूम्रपान और शराब छोड़ें
वजन नियंत्रित रखें और BMI सही रखें
ब्लड शुगर और थायरॉइड की नियमित जांच कराएं
किन लोगों को सबसे ज्यादा खतरा?
जिन्हें पहले से डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, थायरॉइड, किडनी या लिवर की समस्या है, उन्हें ये स्थिति जल्दी और ज्यादा नुकसान पहुंचा सकती है।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।