हमारी सेहत के लिए पोषक तत्वों का सही संतुलन बेहद जरूरी होता है। इसी बीच, एक ऐसा खनिज है जिसे अक्सर हम नजरअंदाज कर देते हैं — कॉपर या तांबा। ये मिनरल हमारे शरीर के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि ये हड्डियों को मजबूत करता है, इम्यून सिस्टम को तगड़ा बनाता है और हीमोग्लोबिन बनने में मदद करता है। इन खूबियों के कारण लोग अब तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने लगे हैं, जिसे आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक उपायों में भी सहायक माना जाता है।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि तांबे के पानी का सही इस्तेमाल न किया जाए तो ये आपकी सेहत के लिए नुकसानदेह भी साबित हो सकता है? छोटे-छोटे गलत कदम आपके लिए भारी पड़ सकते हैं। इस लेख में हम आपको बताएंगे तीन बड़ी गलतियां जो तांबे के पानी को सेहत के लिए खतरनाक बना सकती हैं।
अगर आप तांबे के बर्तन में रोज पानी पीते हैं, तो उसकी सफाई पर लापरवाही बिल्कुल न करें। तांबे में ऑक्सीडेशन के कारण काले धब्बे पड़ जाते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं।
क्या करें: हर इस्तेमाल के बाद बर्तन को धोएं और महीने में कम से कम एक बार नींबू व नमक से अच्छी तरह साफ करें। वरना ये काले दाग आपके स्वास्थ्य पर भी दाग लगा सकते हैं।
कई लोग सोचते हैं कि तांबे का पानी जितना ज्यादा, उतना अच्छा। लेकिन ये सोच पूरी तरह गलत है। ज्यादा मात्रा में कॉपर शरीर में जाने से कॉपर टॉक्सिसिटी हो सकती है, जो मतली, चक्कर, पेट दर्द और यहां तक कि किडनी डैमेज का कारण भी बन सकती है।
क्या करें: तांबे का पानी दिन में 1–2 बार खाली पेट पीना ही पर्याप्त होता है। ज्यादा पीने की कोशिश सेहत पर भारी पड़ सकती है।
सुबह खाली पेट नींबू और शहद का पानी पीना एक अच्छी हेल्थ हैबिट मानी जाती है, लेकिन इसे तांबे के बर्तन में कभी न बनाएं। नींबू का एसिड तांबे से रिएक्ट कर सकता है, जिससे गैस, एसिडिटी और उल्टी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
क्या करें: ऐसे हेल्दी ड्रिंक्स के लिए कांच या स्टील के बर्तन का ही उपयोग करें। वरना सेहत बनाने की जगह बिगड़ सकती है।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।