एक बार फिर कोविड-19 का खतरा दुनिया के साथ-साथ भारत में भी गहराने लगा है। बीते कुछ दिनों में कोरोना वायरस के मामलों में अचानक तेजी देखी गई है। 1 जून को देश में 3758 एक्टिव केस दर्ज किए गए, जो कि बीते हफ्तों की तुलना में कहीं अधिक हैं। राजधानी दिल्ली समेत कई राज्यों में भी केसों की संख्या में उछाल देखने को मिल रहा है। स्थिति इतनी गंभीर होती जा रही है कि रोज नए संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं और कुछ राज्यों में तो मौतें भी दर्ज की गई हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार कोविड के लक्षण बेहद हल्के हो सकते हैं, जिससे लोग उन्हें सामान्य सर्दी-जुकाम समझकर अनदेखा कर देते हैं।
लेकिन यही लापरवाही गंभीर रूप ले सकती है। ऐसे में सतर्क रहना, शुरुआती लक्षणों को पहचानना और समय पर उपाय अपनाना ही कोविड से बचाव का सबसे असरदार तरीका है।
बदलते मौसम में कोविड के लक्षणों को पहचानना है जरूरी
इस बार कोविड के लक्षण कई बार सामान्य सर्दी-जुकाम जैसे ही लगते हैं। लोगों को लगता है कि ये मौसम का असर है, लेकिन असल में ये वायरस शरीर में धीरे-धीरे असर कर रहा होता है। हल्का बुखार, गले में खराश, सूखी खांसी, थकान, सिर दर्द, नाक बहना या बंद होना – ये सब लक्षण कोविड-19 के हो सकते हैं।
शुरुआती लक्षणों में अपनाएं घरेलू नुस्खे
डॉक्टरों का मानना है कि अगर शुरुआती लक्षण दिखें तो घबराएं नहीं, लेकिन सतर्क जरूर हो जाएं। कुछ घरेलू उपाय संक्रमण को बढ़ने से रोक सकते हैं और शरीर की प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ा सकते हैं:
नमक वाले गुनगुने पानी से गरारा करें: दिन में दो से तीन बार गरारा करने से गले का संक्रमण कम होता है।
तुलसी-अदरक की चाय लें: ये चाय शरीर को अंदर से गर्म रखती है और सर्दी-खांसी में राहत देती है।
गिलोय का काढ़ा पिएं: सुबह-शाम गिलोय पीने से इम्युनिटी मजबूत होती है और बुखार कम होता है।
अजवाइन की चाय लें: ये चाय कफ को बाहर निकालती है और सांस की तकलीफ में राहत देती है।
पानी से करें वायरस को मात
कोविड से लड़ने में पानी पीना सबसे सरल और असरदार तरीका है। रोजाना 4–5 लीटर पानी या फिर नारियल पानी, हर्बल ड्रिंक पीने से शरीर हाइड्रेट रहता है और विषैले तत्व बाहर निकलते हैं। गुनगुना पानी वायरस से बचाव में सहायक होता है।
अब लापरवाही नहीं, सतर्कता ही बचाव
अगर आप खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रखना चाहते हैं, तो मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना और हर लक्षण को गंभीरता से लेना जरूरी है। सही समय पर घरेलू उपाय और डॉक्टर की सलाह, दोनों जरूरी हैं।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।