डायबिटीज एक ऐसी बीमारी जो धीरे-धीरे लोगों को अपना शिकार बना रही है। डायबिटीज में अगर शुरुआती लक्षणों को पहचान लें तो काफी हद तक इससे बचाव किया जा सकता है, लेकिन अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो समझ लीजिए आपको अपना पूरा लाइफस्टाइल और खान-पान बदलने की जरूरत है। डायबिटीज के मरीज को शुगर के अलावा सफेद चीजों से भी परहेज करना जरूरी है। चीनी और चावल के अलावा ऐसी कई चीजें हैं जो शरीर में ब्लड शुगर के लेवल को बढ़ा देती हैं। इन सफेद फूड को खाने से मोटापा भी तेजी से बढ़ता है। अगर आपको डायबिटीज की बीमारी को दूर रखना है तो सबसे पहले इन चीजों को अपनी डाइट से बाहर का रास्ता दिखा दें।
डायबिटीज के मरीजों को सफेद ब्रेड, पास्ता और चावल बिल्कुल भी नहीं सेवन करना चाहिए। दरअसल, सफेद आटे या फिर मैदा से बनी जितनी भी चीजें होती हैं फिर चाहे वो सफेद ब्रेड हो या फिर पास्ता, वो शुगर लेवल को बढ़ा देते हैं। डेयरी उत्पाद खाने से भी डायबिटीज के मरीजों को बचना चाहिए। डेयरी उत्पादों में फैट यानी वसा की मात्रा ज्यादा होती है और ये शरीर में कॉलेस्ट्रॉल बढ़ाते हैं। लिहाजा डायबिटीज मरीजों को इनसे दूर ही रहना चाहिए।
डायबिटीज के मरीज मैदा से रहें दूर
डायबिटीज के मरीज को अनाज भी सोच-समझकर खाना चाहिए। खाने से मैदा और उससे बनी चीजें आउट कर देनी चाहिए। इससे मोटापा तेजी से बढ़ता है। मैदा में स्टार्च काफी ज्यादा होता है और इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी ज्यादा होता है। मैदा और रेफाइंड आटे के उपयोग से ब्लड शुगर लेवल तेजी से बढ़ सकता है। समोसे, सफेद चावल, ब्रेड पास्ता, पिज्जा आदि मैदे से बनी चीजों को किसी भी कीमत पर नहीं खाना चाहिए।
डायबिटीज और मोटापा दूर रखना है तो चीनी को डाइट से पहले भगा दें। सफेद चीजों में चीनी बेहद हानिकारक है। खासतौर से रिफाइंड शुगर डायबिटीज में बहुत नुकसान करती है। ये शुगर बॉडी में जमा हो जाती है और जो लोग एक्सरसाइज या कोई वर्कआउट नहीं करते हैं। उनके शरीर में फैट के रूप में जमा होने लगती है। यही फैट बढ़ने पर डायबिटीज (Diabetes) का खतरा बढ़ता है।
डायबिटीज के मरीज को चावल खाने से परहेज करना चाहिए। चावल में स्टार्च काफी ज्यादा होता है और राइस का ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी ज्यादा होता है। सफेद चावल में 89 ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है। खासतौर से टाइप 2 डायबिटीज के मरीज को सफेद चावल खाने से बचना चाहिए। सफेद चावल की जगह आप थोड़ी मात्रा में ब्राउन चावल खा सकते हैं।
डायबिटीज के मरीजों को आलू का सेवन कम से कम करना चाहिए। आलू में कार्बोहाइड्रेट, कैलोरी, प्रोटीन और फैट होता है। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी हाई होता है जो डायबिटीज के मरीज के लिए नुकसानदायक साबित होता है।
डिस्क्लेमर - यहां बताए गए उपाय सिर्फ सामान्य ज्ञान पर आधारित हैं। इसके लिए आप किसी हेल्थकेयर प्रोफेशनल से सलाह लेने के बाद ही अपनाएं।