सफेद जामुन एक ऐसा फल है। जिससे सेहत को कई फायदे मिलते हैं। इसे अलग-अलग नामों से जाना जाता है। कुछ जगह इसे मोम सेब, जावा सेब, सेमारंग गुलाब-सेब, मोम जम्बू नाम से जाना जाता है। इसके बेल जैसे आकार के कारण इसे बेल फ्रूट भी कहा जाता है। यह फल गर्मी के मौसम में मिलता है। डायबिटीज के मरीजों के लिए यह किसी वरदान से कम नहीं है। सफेद जामुन हार्ट स्किन के लिए भी फायदेमंद माना गया है। इस जादुई फल को आयुर्वेद, यूनानी और चीनी दवाओं को बनाने में काफी इस्तेमाल किया जाता है।
सफेद जामुन में मैग्नीशियम, कैल्शियम, पोटेशियम, आयरन जैसी कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसमें पानी की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। इस वजह से ये गर्मियों के लिए ये एकदम परफेक्ट है। आपको इसे अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए।
डायबिटीज के मरीजों के लिए सफेद जामुन है रामबाण
सफेद जामुन डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद माना गया है। इसके बीज में भरपूर मात्रा में कैल्शियम और प्रोटीन पाया जाता है। एक फल के तौर पर खाने पर या इसके बीज को सुखाकर इसके पाउडर को पीने से भी शुगर लेवल को कंट्रोल किया जा सकता है। इसे खाने से गले का संक्रमण ठीक करना और पेट फूलने की समस्या भी दूर होती है। यह फल काफी स्वादिष्ट होता है। महिलाओं के लिए यह काफी फायदेमंद माना गया है। सफेद जामुन में करीब 93 फ़ीसदी पानी होता है। गर्मियों के दौरान शरीर को हाइड्रेट और ठंडा रखता है। इसलिए इसका इस्तेमाल हीटस्ट्रोक और डिहाइड्रेशन को रोकने के लिए किया जाता है।
इम्यून सिस्टम और वजन कम करना
सफेद जामुन खाने से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। जिससे शरीर को रोगों से लड़ने में मदद मिलती है। इसके साथ यह फल वजन के कम करने में भी मदद करता है।
फाइबर से भरपूर होने के कारण यह कब्ज की समस्या को दूर करता है। इसके साथ ही यह बालों को झड़ने के रोकने और बालों को असमय सफेद होने से भी रोकता है। इसके साथ ही यह मुंहासे, कैंसर, मांसपेशियों में ऐंठन, फैटी लीवर और किडनी की पथरी की संभावना को भी कम करने में अहम भूमिका निभाता है।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।