आज की तेज और व्यस्त लाइफस्टाइल ने हमारी सेहत पर गहरा असर डाला है। बदलते खानपान की आदतें, अनियमित नींद और लगातार तनाव जैसी जीवनशैली की चुनौतियां हमारी ओरल हेल्थ को भी प्रभावित कर रही हैं। दांत और मसूड़ों से जुड़ी समस्याएं केवल दर्द तक सीमित नहीं रहतीं, बल्कि खाने-पीने, बोलने और रोजमर्रा के कामों में भी परेशानी पैदा करती हैं। कई बार इन समस्याओं की वजह से लोगों को पेनकिलर का सहारा लेना पड़ता है, लेकिन ये सिर्फ कुछ समय के लिए राहत देता है और लंबे समय तक इस्तेमाल से सेहत पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। इस कारण घरेलू और प्राकृतिक उपाय ज्यादा कारगर साबित होते हैं।
लहसुन, हल्दी, अदरक, लौंग का तेल, फिटकरी और अमरूद के पत्तों जैसे प्राकृतिक तत्व न सिर्फ दर्द को कम करते हैं, बल्कि मसूड़ों और दांतों की सेहत भी मजबूत बनाते हैं। ऐसे सरल उपाय आज के व्यस्त जीवन में बेहद मददगार साबित होते हैं।
दांत दर्द के लिए घरेलू उपाय
दांत दर्द से निजात पाने के लिए दादी-नानी के ये आसान और प्राकृतिक नुस्खे बेहद कारगर साबित हो सकते हैं।
गर्म पानी में एक चम्मच नमक मिलाकर कुल्ला करने से दांत और मसूड़ों की सूजन कम होती है और दर्द भी घटता है।
हल्दी का पेस्ट बनाकर प्रभावित जगह पर लगाने से सूजन और दर्द दोनों में राहत मिलती है। हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी और दर्द निवारक गुण होते हैं।
अदरक को पानी में मिलाकर पेस्ट बनाएं और इसे दर्द वाले हिस्से पर लगाएं। ये सूजन घटाने और दर्द कम करने में मदद करता है।
लहसुन में प्राकृतिक एंटी-बैक्टीरियल और दर्द निवारक गुण होते हैं। एक कली लहसुन को चुटकी भर नमक के साथ कुचलकर दर्द वाली जगह पर लगाएं। आप इसे चबा सकते हैं या दर्द वाले दांत के पास रख सकते हैं।
लौंग के तेल में यूजेनॉल नामक प्राकृतिक एनेस्थेटिक होता है। कॉटन बॉल पर तेल लगाकर दर्द वाले दांत या मसूड़े पर रखें। इसे निगलने से बचें और सीधे मसूड़ों पर अधिक मात्रा में न लगाएं।
ताजे अमरूद के पत्ते चबाने या उनका पेस्ट बनाकर लगाने से दांत दर्द में आराम मिलता है। अमरूद में प्राकृतिक दर्द निवारक और एंटी-बैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं।
फिटकरी के पानी से कुल्ला करने से दर्द वाला हिस्सा सुन्न हो जाता है और दर्द से कुछ समय के लिए राहत मिलती है।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।