Holi 2024: होली रंगों का त्योहार है। इस त्योहार में लोग अपने रिश्तेदारों, दोस्तों और करीबियों के चेहरे पर गुलाब-अबीर लगाकर होली खेलते हैं। होली के त्योहार के लिए बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी उत्साहित रहते हैं। सबसे ज्यादा होली का इंतजार बच्चों को रहता है। होली के मौके पर अपनी पिचकारी और रंग लेकर बच्चे घर से बाहर निकल जाते हैं और अपने दोस्तों संग रंगों से खेलते हैं। कई बच्चे तो एक दो दिन पहले से ही पानी भरकर पिचकारी से खेलने लगते हैं। हालांकि बच्चों के इस उत्साह में माता पिता भी कुछ लापरवाही कर जाते हैं। जिससे होली का रंग फीका पड़ सकता है। बच्चों के होली खेलते समय खासतौर से ध्यान देने की जरूरत रहती है।
होली खेलते समय आजकल रंग केमिकल युक्त आने लगे हैं। इन रंगों से होली खेलना सेहत के लिए नुकसान दायक साबित हो सकता है। इससे त्वचा में जलन, चकत्ते और एलर्जी पैदा कर सकते हैं। पैरेंट्स को हमेशा यह टेंशन बनी रहती है कि कहीं उनके बच्चों को कहीं चोट न लग जाएं या रंग से उनके आंखों या स्कीन को कोई नुकसान न हो जाए।
बच्चों के होली खेलते समय हमेशा नजदीक रहें
बच्चों के रंग खेलने के दौरान किसी घर के सदस्यों को होना जरुरी है। इसकी वजह ये है कि एक दूसरे पर रंग फेंकने के दौरान उन्हें चोट लग सकती है। इसके साथ ही बच्चे पानी के भरे ड्रम में भी गिर सकते हैं। लिहाजा होली खेलते समय बच्चों के पास हमेशा रहना चाहिए।
होली में काफी ज्यादा केमिकल युक्त सिंथेटिक कलर का उपयोग होता है। ऐसे में होली खेलते समय बच्चों को नेचुरल और हर्बल कलर देना चाहिए। इससे बच्चों को नुकसान नहीं होगा।
गुब्बारों से होली न खेलें
होली के मौके पर पिचकारी और रंग से तो होली खेलते ही हैं। इसके साथ ही बच्चे गुब्बारों से भी होली खेलते हैं। बाजार में होली वाले गुब्बारे बिकने लगते हैं। इन गुब्बारों में पानी और रंग भरा होता है। जिसे बच्चे दूसरे पर फेंककर मारते हैं। अचानक पानी से भरे गुब्बारे का अटैक हादसे की वजह बन सकता है। चोट लगने या कोई हादसा न हो। इसके लिए बच्चों को होली के मौके पर गुब्बारे से होली खेलने की सलाह नहीं देनी चाहिए। होली खेलते समय हमेशा उनकी निगरानी करें।
बच्चों को ज्यादा देर तक गीला न रखें
बच्चे पिचकारी से गीले रंगों और पानी से होली खेलते हैं। घंटों तक गीले कपड़ों में खेलते रहते हैं। होली के दौरान यानी मार्च का मौसम सर्दी और गर्मी के बीच का है। इस मौसम में कभी हल्की सर्दी महसूस होती है तो कभी तेज धूप के कारण गर्म महसूस होता है। इस तरह का मौसम बच्चों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। लिहाजा बच्चों को ज्यादा देर तक गीला नहीं रहने दें।