Period: हेवी पीरियड्स से हैं परेशान? अपनाएं ये 6 असरदार घरेलू नुस्खे और पाएं तुरंत राहत
Period Care Tips: अगर आप भी भारी पीरियड्स ब्लीडिंग से जूझ रही हैं, तो कुछ घरेलू उपाय राहत दे सकते हैं। मेथी, धनिया, दालचीनी और अनार जैसे प्राकृतिक तत्वों में मौजूद गुण ब्लीडिंग को नियंत्रित करने में मददगार होते हैं। जानिए इन आसान नुस्खों से कैसे पा सकते हैं इस समस्या से आराम।
Period Care Tips: एलोवेरा हार्मोन बैलेंस करता है और पीरियड्स को रेगुलर बनाने में सहायक होता है
मासिक धर्म महिलाओं के जीवन का एक सामान्य जैविक चक्र है, लेकिन जब यह सामान्य से अधिक और लगातार भारी रक्तस्राव (हेवी पीरियड्स) का रूप ले ले, तो ये स्वास्थ्य के लिए एक चुनौती बन सकता है। ज्यादा ब्लीडिंग सिर्फ शरीर से खून की कमी नहीं करती, बल्कि ये महिला के पूरे जीवनचक्र पर असर डालती है—कामकाज में रुकावट, थकावट, चक्कर आना, और भावनात्मक असंतुलन जैसे कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। कई बार महिलाएं इसे सामान्य मानकर नजरअंदाज कर देती हैं, जबकि ये हार्मोनल असंतुलन या किसी गंभीर गाइनोकॉलॉजिकल समस्या का संकेत हो सकता है।
ऐसी स्थिति में डॉक्टरी सलाह लेना जरूरी होता है, लेकिन यदि समस्या शुरुआती स्तर पर है या कभी-कभी होती है, तो कुछ पारंपरिक घरेलू उपाय भी राहत देने में मदद कर सकते हैं। आइए जानते हैं कुछ ऐसे असरदार और आयुर्वेदिक नुस्खों के बारे में, जो प्राकृतिक रूप से ब्लीडिंग को नियंत्रित करने में सहायक हो सकते हैं।
मेथी के बीज
मेथी के बीजों में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सिडेंट गुण शरीर की सूजन को कम करने के साथ-साथ अत्यधिक ब्लीडिंग को भी नियंत्रित करने में सहायक होते हैं।
कैसे करें इस्तेमाल:
रातभर एक चम्मच मेथी के बीज पानी में भिगोकर रखें।
सुबह खाली पेट इस पानी को छानकर पिएं।
इसे लगातार 3-4 दिन तक अपनाएं।
धनिया बीज
धनिया बीज प्राचीन समय से ही प्राकृतिक ब्लीडिंग कंट्रोलर के रूप में जाना जाता है। ये यूटेरस की एक्टिविटी को सामान्य करने में मदद करता है।
कैसे करें इस्तेमाल:
एक चम्मच धनिया बीज को दो कप पानी में उबालें जब तक पानी आधा न रह जाए।
इस काढ़े में स्वादानुसार शहद मिलाएं और दिन में दो बार सेवन करें।
तिल और गुड़
तिल की गर्म तासीर और गुड़ का पोषणयुक्त प्रभाव यूटरस की मांसपेशियों को शांत करता है और ब्लीडिंग को कंट्रोल करता है।
कैसे करें इस्तेमाल:
एक चम्मच भुने हुए तिल में गुड़ मिलाकर खाएं।
इसे पीरियड्स से 3-4 दिन पहले शुरू करें और एक बार रोज लें।
दालचीनी
दालचीनी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो यूटेरस की सूजन को कम करके ब्लीडिंग को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
कैसे करें इस्तेमाल:
आधा चम्मच दालचीनी पाउडर को एक कप गर्म पानी में मिलाकर चाय की तरह पिएं।
दिन में दो बार इसका सेवन करें।
एलोवेरा जूस
एलोवेरा हार्मोन बैलेंस करता है और पीरियड्स को रेगुलर बनाने में सहायक होता है, लेकिन ये उपाय केवल माइल्ड ब्लीडिंग में ही कारगर है।
कैसे करें इस्तेमाल:
एक बड़ा चम्मच एलोवेरा जूस को पानी में मिलाकर खाली पेट पिएं।
अत्यधिक ब्लीडिंग होने पर इसका प्रयोग न करें।
अनार का जूस
अनार आयरन से भरपूर होता है और ज्यादा ब्लीडिंग के कारण शरीर में हुई कमजोरी और एनीमिया को दूर करता है।
कैसे करें इस्तेमाल:
ताजा निकाला गया अनार का जूस दिन में एक या दो बार पिएं।
यह शरीर को ऊर्जा देने के साथ ब्लीडिंग को भी कम करने में मदद करता है।
कब जाएं डॉक्टर के पास
यदि अत्यधिक ब्लीडिंग लगातार कई महीनों तक हो रही हो, खून के थक्के (ब्लड क्लॉट्स) बड़े आकार के निकल रहे हों या आपको अत्यधिक चक्कर, थकान और सांस लेने में कठिनाई महसूस हो रही हो—तो इसे नजरअंदाज न करें। ये फाइब्रॉइड्स, थायरॉइड गड़बड़ी या हार्मोनल असंतुलन का संकेत हो सकता है।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।