आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में खानपान की अनियमितता और तनावपूर्ण जीवनशैली ने पाचन से जुड़ी समस्याओं को आम बना दिया है। खासकर सुबह पेट ठीक से साफ न होना एक ऐसी परेशानी है, जिससे लाखों लोग जूझ रहे हैं। इससे न सिर्फ दिनभर भारीपन और चिड़चिड़ापन बना रहता है, बल्कि धीरे-धीरे ये कब्ज, एसिडिटी और गैस जैसी गंभीर समस्याओं में भी बदल सकता है। आमतौर पर लोग इसका समाधान केवल डाइट बदलकर या दवाइयों के जरिए खोजते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि सिर्फ सोने की मुद्रा बदलना भी आपकी पाचन से जुड़ी दिक्कतों को काफी हद तक दूर कर सकता है?
आयुर्वेद और पोषण विशेषज्ञों के अनुसार, बाईं ओर करवट लेकर सोने से पाचन तंत्र बेहतर तरीके से काम करता है और मल त्याग की प्रक्रिया सुचारु होती है। ये एक ऐसा सरल उपाय है जिसे अपनाकर आप बिना किसी खर्च के बेहतर पाचन की दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं।
बाईं ओर सोएं, पाचन सुधरेगा
पोषण विशेषज्ञों के अनुसार, अगर आप रात को बाईं ओर करवट लेकर सोते हैं तो ये आपके पाचन तंत्र को बेहतर तरीके से काम करने में मदद करता है। उन्होंने बताया कि इस मुद्रा में छोटी आंत मल को जल्दी बड़ी आंत तक पहुंचा देती है, जिससे सुबह मल त्याग में आसानी होती है।
कैसे काम करता है ये आसान उपाय?
जब आप बाईं ओर करवट लेकर सोते हैं तो गुरुत्वाकर्षण बल पाचन प्रक्रिया में मदद करता है। शरीर की आंतों की बनावट कुछ इस तरह होती है कि बाईं करवट लेने से भोजन पेट से आंतों तक तेजी से पहुंचता है। साथ ही, अपशिष्ट पदार्थ को आगे बढ़ाने वाला स्पिंक्सर वाल्व दाईं ओर होता है, जिस पर बाईं करवट से अधिक दबाव नहीं पड़ता और पाचन आसान हो जाता है।
एक्सपर्ट्स की भी है सहमति
डायटीशियन भी इस विचार से सहमत हैं। उनका मानना है कि शरीर की बनावट को देखते हुए बाईं ओर सोना पाचन को तेज करता है और कब्ज जैसी समस्याओं को कम करता है।
किन लोगों को सतर्क रहना चाहिए?
हालांकि, हृदय रोग या हायटल हर्निया के मरीजों को ये मुद्रा अपनाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए। अगर एक ही करवट में लंबे समय तक नींद नहीं आती तो समय-समय पर करवट बदलना भी फायदेमंद रहेगा।
अगर आप भी पाचन से जुड़ी परेशानियों से जूझ रहे हैं, तो आज से ही अपनी सोने की आदत में ये छोटा सा बदलाव लाकर बड़ा फायदा उठा सकते हैं।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।