आज के समय में स्मार्टफोन और लैपटॉप का इस्तेमाल बहुत बढ़ गया है। पैरेंट्स भी बच्चों को शांत करने के लिए उनके हाथ में स्मार्टफोन थमा देते हैं। ऐसे में गैजेटे से सुविधा के साथ ही कई तरह की बीमारियां भी फैल रही हैं। लिहाजा अब आपके लिए स्मार्टफोन का इस्तेमाल करना किसी खतरे से कम नहीं है। ज्यादा मोबाइल फोन इस्तेमाल करने की वजह से आप धीरे-धीरे टेक्स्ट नेक सिंड्रोम के शिकार हो रहे हैं। हेल्थ से जुड़े जानकारों का कहना है कि यह टेक नेक नया कार्पल टनल सिंड्रोम है।
दरअसल, बहुत ज्यादा मोबाइल फोन चलाना खतरनाक हो सकता है। इससे दिमाग को कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं। नींद गायब और डिप्रेशन बढ़ सकता है। इतना ही नहीं ज्यादा फोन चलाने से शरीर में कई तरह दर्द भी हो सकते हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, फोन की वजह से जो बीमारियां हुई हैं। उनमें 74 फीसदी ब्रेन ट्यूमर, 80 फीसदी लोग बहरेपन और 37 फीसदी में मेल इन्फर्टिलिटी या पुरुषों का बांझपन के शिकार थे। जबकि 45 फीसदी लोग फोन की वजह से हार्ट डिजीज की समस्या से पीड़ित थे।
गर्दन झुकी रहने से टेक्स्ट नेक सिंड्रोम के शिकार
स्मार्टफोन के ज्यादा इस्तेमाल करने से हाथ सुन्न हो सकते हैं। गर्दन और कंधे दर्द करने लगते हैं। इसके साथ ही झुनझुनी पैदा होने लगती है। डॉक्टरों का कहना है कि ओपीडी में आने वाले मरीजों में करीब 20 फीसदी मरीज टेक नेक से पीड़ित हैं। इसमें सबसे अधिक चिंताजनक बात यह है कि इनमें से अधिकांश बच्चे हैं। बच्चे भी अब स्मार्टफोन में ज्यादा समय गंवा रहे हैं। पीठ, गर्दन और कंधों में नार्मल और तेज दर्द होने लगता है। सिर में भी तेज दर्द हो सकता है। गर्दन को आगे की तरफ ले जाते वक्त दर्द हो सकता है। ऊपरी पीठ और कंधे में जकड़न हो सकती है।
मोबाइल के यूज से टेकनेक कैसे होता है?
बता दें कि जब सिर को आगे की ओर झुकाया जाता है तो रीढ़ पर सिर का वजन बढ़ जाता है। एक पूर्ण विकसित सिर का वजन लगभग 5 किलोग्राम होता है। सिर जितना अधिक झुका होता है, गर्दन पर दबाव उतना ही बढ़ जाता है। 15° (लगभग 12 किग्रा) रीढ़ पर पड़ने वाला सिर का भार दोगुना से अधिक हो जाता है। 30° की स्थिति में यह भार 18.14 किग्रा हो जाता है। सिर के 45° झुकने पर पर 22.23 किग्रा हो जाता है। यदि सिर का झुका 60° (27.22 किग्रा) हो जाए तो सिर का वजन पाँच गुना से अधिक प्रभाव डालता है। लिहाजा लगातार आगे की तरफ झुकाव से सर्वाइकल स्पाइन, कर्वेचर, सहायक लिगामेंट, टेंडन, मस्कुलेचर, बोनी सेगमेंट को बदल सकता है।
टेक्स्ट नेक सिंड्रोम से कैसे करें बचाव
1 - मोबाइल फोन का इस्तेमाल कम कर देना चाहिए।
2 - लगातार टेक्स्ट मैसेज लिखने की जगह वॉइस कॉल का इस्तेमाल करें, या फिर वॉइस रिकॉर्डिंग का इस्तेमाल कर सकते हैं।
3 - लैपटॉप पर अगर काम करते हैं तो ब्रेक लेकर काम कीजिए। इसके अलावा आरामदायक टेबल पोजीशन चुने। जिससे गर्दन को आगे की तरफ ज्यादा ना झुकाना पड़े।
4 - अपने वर्कआउट रूटीन में हर रोज गर्दन और कंधे से जुड़े एक्सरसाइज जरूर करें।