आजकल बच्चों में दांतों की सड़न और कीड़ा लगना एक आम समस्या बन गई है। यह परेशानी केवल बड़ों तक ही सीमित नहीं रही, बल्कि छोटी उम्र में ही बच्चों के दांत खराब होने लगे हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह है बदलती खानपान की आदतें और मीठे खाद्य पदार्थों का ज्यादा सेवन। चॉकलेट, टॉफी, केक, कुकीज और कोल्ड ड्रिंक्स जैसी चीजें बच्चों की पसंदीदा बन चुकी हैं, लेकिन इन्हीं के कारण उनके दांत समय से पहले कमजोर होने लगते हैं। साथ ही अगर रोजाना ब्रश करने की आदत नहीं डाली जाए या सही तरीके से दांतों की सफाई न हो, तो मुंह में मौजूद बैक्टीरिया दांतों की परत को नुकसान पहुंचाने लगते हैं।
इसके चलते दर्द, सूजन और कीड़ा जैसी समस्याएं पैदा हो जाती हैं। हालांकि, कुछ घरेलू उपायों की मदद से इस स्थिति को बेहतर किया जा सकता है। आइए जानें ऐसे आसान घरेलू नुस्खे जो बच्चों के दांतों को मजबूत और साफ रखने में मदद करेंगे।
क्यों होता है दांत में कीड़ा?
जब हम चीनी या कार्बोहाइड्रेट से भरपूर चीजें खाते हैं और दांतों की सही तरीके से सफाई नहीं करते, तो मुंह में मौजूद बैक्टीरिया इन्हें एसिड में बदल देते हैं। ये एसिड दांतों की ऊपरी परत (एनामल) को नुकसान पहुंचाता है, जिससे धीरे-धीरे कैविटी बन जाती है और कीड़े लगने लगते हैं।
महंगे ट्रीटमेंट्स से पहले आजमाएं घरेलू नुस्खे
बाजार में दांतों की कैविटी भरवाने के लिए कई महंगे इलाज उपलब्ध हैं, जैसे रूट कैनाल, फिलिंग या क्राउन। लेकिन कई बार घरेलू उपाय भी शुरुआती स्टेज में काफी कारगर साबित होते हैं।
सदियों पुरानी यह आयुर्वेदिक पद्धति कैविटी से छुटकारा पाने में मदद करती है। रोज सुबह खाली पेट नारियल या तिल का तेल मुंह में लेकर 10-15 मिनट तक घुमाएं और फिर थूक दें। इससे मुंह के बैक्टीरिया कम होते हैं और दांतों की सफाई भी होती है।
एलोवेरा जेल में प्राकृतिक एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। इसे टी ट्री ऑयल के साथ मिलाकर दांतों की कैविटी पर लगाने से बैक्टीरिया खत्म होते हैं और संक्रमण फैलने से रुकता है।
लौंग का तेल दांत के कीड़ों को मारने और दर्द को शांत करने में मदद करता है। कैविटी वाले दांत पर यह तेल लगाकर रातभर छोड़ दें। नियमित इस्तेमाल से फर्क महसूस होगा।
फिटकरी पाउडर में थोड़ा सा सेंधा नमक मिलाकर दांतों पर रगड़ें। इसके एंटीसेप्टिक गुण कैविटी को साफ करने और बैक्टीरिया को मारने में मदद करते हैं।
सरसों के तेल में थोड़ा नमक मिलाकर दांतों में लगाने से न केवल दर्द से राहत मिलती है, बल्कि यह कीड़ा लगने से भी रोकता है। यह मिश्रण दांतों को मजबूत भी बनाता है।
हर दिन दो बार ब्रश करना, मीठा खाने के बाद कुल्ला करना और दांतों की सफाई को लेकर सजग रहना बहुत जरूरी है। अगर समय रहते ध्यान दिया जाए, तो दांत में कीड़ा लगने की नौबत ही नहीं आएगी।
ध्यान रहे कि ये उपाय शुरुआती चरण में असर दिखा सकते हैं। अगर कैविटी ज्यादा बढ़ चुकी हो या दर्द असहनीय हो, तो डेंटिस्ट से तुरंत संपर्क करना चाहिए। समय पर इलाज ना कराने से दांत पूरी तरह खराब हो सकते हैं।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।