Asad Ahmad Encounter Live Updates: प्रयागराज के चर्चित उमेश पाल मर्डर केस (Umesh Pal Murder Case) में माफिया से नेता बने गैंगस्टर अतीक अहमद (Atiq Ahmed) को लेकर एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। माफिया अतीक अहमद का इंटरनेशनल डॉन अबू सलेम (Abu Salem) से लिंक सामने आया है। सूत्रों का कहना है कि गैंगस्टर अबू सलेम उसके बेटे असद अहमद (Asad Ahmad) और शूटर गुलाम (Shooter Ghulam) को छिपाने में मदद कर रहा था।
न्यूज 18 के मुताबिक, अतीक ने अपने बेटे असद को पनाह देने के लिए माफिया डॉन अबू सलेम के करीबियों के अलावा दिल्ली के एक बड़े राजनेता की मदद भी ली थी। सूत्रों ने बताया कि अबू सलेम ने गुर्गों ने असद के पुणे में रुकने के लिए ठिकाने का इंतजाम किया था। बीएसपी सरकार के दौरान जब अतीक पर पुलिस ने शिकंजा कसा था, तब उसको मुंबई में अबू सलेम के गुर्गों ने पनाह दी थी। वहीं, राजधानी के एक नेता ने असद को पनाह देने का काम किया।
अतीक ने ISI से संबंध होने की बात कबूली
माफिया अतीक अहमद को लेकर एक और खुलासा हुआ है। अतीक के पाकिस्तान से भी संबंध होने का खुलासा हुआ है। ताजा रिपोर्ट्स की मानें तो अतीक अहमद ने उमेश पाल हत्याकांड मामले में दिए बयान में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI और आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से संबंध होने की बात कबूली है। अतीक ने बुधवार को पुलिस को दिए बयान में कहा कि मेरे पास हथियारों की कोई कमी नहीं है, क्योंकि मेरे सीधे संबंध पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई और आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से हैं।
पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए पंजाब की सीमा में हथियार गिराए जाते हैं, जिनको लोकल कनेक्शन इकट्ठा कर लेता है और उन्हीं खेपों से जम्मू कश्मीर के दहशतगर्दों को भी हथियार मिलते हैं। अतीक के भाई अशरफ द्वारा गुरुवार को पुलिस को दिए गए बयान के मुताबिक, असलहे और कारतूस जिस जगह पर रखे हैं, उस जगह को यहां से बताना मुमकिन नहीं है। कुछ जगहों को मैं जानता हूं और कुछ जगहों को भाईजान अतीक जानते हैं।
अशरफ ने अपने बयान में कहा कि जिन ठिकानों पर हथियार रखे जाते हैं और वहां जो आदमी रहता है, वह सब स्थान हमें और भाईजान को मालूम है। लेकिन वह जगह खेतों में बने फार्म हाउस जैसे हैं वहां चलकर ही पता बताया जाना मुमकिन है। जेल में रहकर वहां का पता बताना मुमकिन नहीं है।
उसने पुलिस को दिए अपने बयान में कहा कि उमेश पाल की हत्या में इस्तेमाल सारे हथियार घटना के बाद वापस जगह पर पहुंचा दिए गए, केवल 45 बोर की पिस्टल वापस नहीं पहुंच सकी क्योंकि घटना के बाद लड़के शहर छोड़ने की जल्दबाजी में थे। उस पिस्टल को करेली थाना क्षेत्र के मलिन बस्ती में कल्लू नामक व्यक्ति के घर पर रख दिया गया।
आपको बतादें कि मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट दिनेश गौतम की अदालत ने उमेश पाल हत्या मामले में गुरुवार को अतीक और अशरफ को 13 अप्रैल से 17 अप्रैल तक के लिए पुलिस रिमांड में भेज दिया। वहीं, दूसरी तरफ यूपी पुलिस ने एक एनकाउंटर में गुरुवार को ही अतीक के बेटे असद को मार गिराया।