बिहार के अररिया के सिकटी प्रखंड क्षेत्र में बकरा नदी पर बना एक पुल टूटकर नदी में गिर गया। जिले के पड़किया घाट पर करोड़ों रुपए की लागत से इसका निर्माण कराया गया था। पुल के ढहने का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें सुना जा सकता है कि इसे बने अभी एक साल भी नहीं हुआ है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि ठेकेदार और विभाग की लापरवाही के कारण यह घटना हुई है। पुल के निर्माण में कथित तौर पर 12 करोड़ रुपए का खर्च आया था। पड़रिया पुल के तीन पिलर नदी में बह गए, जिससे पुल भरभरा कर नीचे गिर गया।
जैसे ही पुल का एक हिस्सा ढहा, वहां मौजूद लोग हाथों में मोबाइल फोन लेकर पुल की ओर दौड़ पड़ते हैं। इस वीडियो ये भी दिखा जा सकता है कि कैसे पुल का बचा हुआ हिस्सा भी ढह जाता है। वीडियो में दिखाया गया है कि पुल का केवल बीच का हिस्सा ही बचता है।
बिहार में निर्माणाधीन पुलों के चालू होने या लोगों के लिए खोल दिए जाने से पहले ही ढह जाने की घटनाएं कोई नई बात नहीं है। इससे पहले भागलपुर पुल ढहने की घटना ने बिहार के लोगों का ध्यान राज्य में सरकारी कामों में होने वाली गड़बड़ी और भ्रष्टाचार की ओर खींचा था।
भागलपुर और खगड़िया को जोड़ने वाला निर्माणाधीन पुल एक बार नहीं बल्कि दो बार टूटा। पुल पहली बार 30 अप्रैल, 2023 को गिरा और फिर 4 जून को भी ढह गया।
इस घटना के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर काफी दबाव भी देखने को मिला। इसी कड़ी में उन्होंने मीडिया के सामने स्वीकार किया था कि इस प्रोजेक्ट में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार पाया गया था।