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Chandrayaan-5 Mission: केंद्र ने महत्वाकांक्षी 'चंद्रयान-5 मिशन' को दी मंजूरी, ISRO प्रमुख ने बताया क्या है पूरा प्लान

Chandrayaan-5 Mission: चंद्रयान मिशन का उद्देश्य चंद्रमा की सतह का अध्ययन करना है। इसरो ने चंद्रयान-3 मिशन को सफलतापूर्वक लॉन्च किया, जिसके लैंडर विक्रम ने 23 अगस्त 2023 को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक 'सॉफ्ट लैंडिंग' की। इसरो प्रमुख ने कहा कि बस तीन दिन पहले ही हमें चंद्रयान-5 मिशन के लिए मंजूरी मिली है। हम इसे जापान के सहयोग से करेंगे

Akhilesh Nath Tripathiअपडेटेड Mar 17, 2025 पर 2:24 PM
Chandrayaan-5 Mission: केंद्र ने महत्वाकांक्षी 'चंद्रयान-5 मिशन' को दी मंजूरी, ISRO प्रमुख ने बताया क्या है पूरा प्लान
Chandrayaan-5 Mission: भारत और जापान मिलकर चंद्रयान-5 मिशन पर काम करेंगे

Chandrayaan-5 Mission: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के चेयरमैन वी. नारायणन ने रविवार (16 मार्च) को बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने चंद्रमा का अध्ययन करने के लिए महत्वाकांक्षी 'चंद्रयान-5 मिशन' को हाल ही में मंजूरी दे दी है। नारायणन ने इस खबर की पुष्टि करते हुए बताया कि यह मिशन जापान के सहयोग से संचालित किया जाएगा। एक सम्मान समारोह में बोलते हुए ISRO प्रमुख ने कहा कि 'चंद्रयान-5' को हाल ही में हरी झंडी मिली है।

बेंगलुरु मुख्यालय में इसरो प्रमुख के रूप में कार्यभार संभालने पर उन्हें सम्मानित करने के लिए आयोजित एक समारोह में नारायणन ने कहा कि 'चंद्रयान-5 मिशन' के तहत, चंद्रमा की सतह का अध्ययन करने के लिए 250 किलोग्राम का रोवर भेजा जाएगा। जबकि चंद्रयान-3 मिशन में 25 किलोग्राम का रोवर 'प्रज्ञान' ले जाया गया था।

चंद्रयान मिशन का उद्देश्य चंद्रमा की सतह का अध्ययन करना है। इसरो ने चंद्रयान-3 मिशन को सफलतापूर्वक लॉन्च किया, जिसके लैंडर विक्रम ने 23 अगस्त 2023 को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक 'सॉफ्ट लैंडिंग' की।

पीटीआई के मुताबिक नारायणन ने कहा, "बस तीन दिन पहले ही हमें चंद्रयान-5 मिशन के लिए मंजूरी मिली है। हम इसे जापान के सहयोग से करेंगे।" चंद्रयान-4 मिशन का उद्देश्य चंद्रमा से एकत्रित सैंपल को लाना है। ऐसी संभावना है कि चंद्रयान-4 को साल 2027 में लॉन्च किया जाएगा।

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