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कोरोना के कई साइड इफ्केट, मोबाइल गेमिंग के चक्कर में फंस गए बच्चे!

कोरोना के चलते बच्चे घरों में बंद हो कर रह गए हैं। पढ़ाई के लिए मिले मोबाइल पर अब गेमिंग भी चलती है.

MoneyControl Newsअपडेटेड Sep 03, 2021 पर 11:23 AM
कोरोना के कई साइड इफ्केट, मोबाइल गेमिंग के चक्कर में फंस गए बच्चे!

कोरोना के कई साइड इफ्केट हैं। कुछ मेडिकल तो कुछ दूसरे। उनमें से एक है मोबाइल गेमिंग। जी हां कोरोना के चलते बच्चे घरों में बंद हो कर रह गए हैं। पढ़ाई के लिए मिले मोबाइल पर अब गेमिंग भी चलती है, और ये धीरे धीरे लत में बदल गई है। इस हद तक की बच्चे लत में पड़ कर हजारों रुपए उड़ा रहे हैं और इससे रोका जाए तो डिप्रेशन में जा रहे हैं। हालात ये हैं कि कुछ राज्यों ने इसे लेकर बाकायदा एडवायजरी जारी कर दी है। यहां हम इसी मुद्दे पर चर्चा कर रहे है।

इस चर्चा में सीएनबीसी-आवाज़ के साथ हैं aiims के प्रोफेसर साइकेट्री विभाग डॉ नंद कुमार, टेक एक्सपर्ट संदीप बुदकी और India wide Parents Association की अनुभा श्रीवास्तव।

बच्चों में गेमिंग की लत

कोरोना में बच्चों में गेमिंग की लत लग गई है। पढ़ाई के लिए मिले मोबाइल पर गेमिंग हो रही है। घर में ही रहने के चलते गेमिंग लत लगी है।

गेमिंग की लत भारी

गेमिग की लत लगने पर बच्चे पैसे खर्च करने लगते हैं। बच्चे गेम अपडेट के लिए  पैसे उड़ाते हैं। ये माता-पिता को बिना बताए खर्च करते हैं। ऑनलाइन गेम अपडेट खरीदे जाते हैं। बच्चे गेम के लिए उधार तक लेते हैं। रोकने पर इनमें डिप्रेशन जैसी समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं।

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