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वैश्विक तनाव और व्यापार व्यवधानों के बीच भारत समावेशी विकास का प्रतीक है: PM मोदी

PM Modi News: मुंबई में भारतीय समुद्री सप्ताह-2025 में 'ग्लोबल मैरीटाइम लीडर्स कॉनक्लेव' को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब वैश्विक समुद्र में उथल-पुथल मची होती है, तो दुनिया एक स्थिर प्रकाश स्तंभ की तलाश करती है। भारत पूरी मजबूती के साथ ऐसे प्रकाश स्तंभ की भूमिका निभा सकता है

Akhilesh Nath Tripathiअपडेटेड Oct 29, 2025 पर 10:36 PM
वैश्विक तनाव और व्यापार व्यवधानों के बीच भारत समावेशी विकास का प्रतीक है: PM मोदी
Global Maritime Leaders Conclave: वैश्विक तनाव और व्यापार व्यवधानों के बीच पीएम मोदी ने भारत को ‘स्थिर प्रकाश स्तंभ’ बताया

PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार (29 अक्टूबर) को वैश्विक तनाव, व्यापार व्यवधानों और सप्लाई चैन में बदलाव के बीच भारत को दुनिया के लिए एक स्थिर प्रकाश स्तंभ बताया। पीएम मोदी ने कहा, "भारत रणनीतिक स्वायत्तता, शांति और समावेशी विकास का प्रतीक है।" PM मोदी ने कहा कि भारत का जीवंत लोकतंत्र और विश्वसनीयता ऐसी चीजें हैं जो भारत को विशेष बनाती हैं।

मुंबई में भारतीय समुद्री सप्ताह-2025 में 'ग्लोबल मैरीटाइम लीडर्स कॉनक्लेव (Global Maritime Leaders Conclave)' को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, "जब वैश्विक समुद्र में उथल-पुथल मची होती है, तो दुनिया एक स्थिर प्रकाश स्तंभ की तलाश करती है। भारत पूरी मजबूती के साथ ऐसे प्रकाश स्तंभ की भूमिका निभा सकता है।"

पीएम मोदी ने कहा, "वैश्विक तनाव, व्यापार व्यवधान और बदलती सप्लाई चैन के बीच भारत रणनीतिक स्वायत्तता, शांति और समावेशी विकास का प्रतीक है।" उन्होंने आगे कहा कि देश की समुद्री और व्यापार पहल एक व्यापक दृष्टिकोण का हिस्सा हैं। उन्होंने भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप आर्थिक गलियारे को भविष्य में ट्रेड रूट्स को पुनर्परिभाषित करने के एक उदाहरण के रूप में बताया

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत का समुद्री क्षेत्र तीव्र गति और ऊर्जा के साथ आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि देश के बंदरगाह अब विकासशील देशों वाले सबसे कुशल बंदरगाहों में गिने जाते हैं। उन्होंने कहा, "हमने एक सदी से भी अधिक पुराने औपनिवेशिक कानूनों को 21वीं सदी के लिए अनुरूप आधुनिक और भविष्योन्मुखी कानूनों से बदल दिया है।"

PM मोदी ने कहा, "आज, भारत के बंदरगाह विकासशील देशों में सबसे कुशल बंदरगाहों में गिने जाते हैं। कई मायनों में वे विकसित देशों से भी बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं।" उन्होंने कहा कि नए जहाजरानी कानून राज्य समुद्री बोर्डों की भूमिका को मजबूत करते हैं। बंदरगाह प्रबंधन में डिजिटल टेक्नोलॉजी के इंटीग्रेशन को बढ़ावा देते हैं।

उन्होंने कहा कि भारत के दृष्टिकोण के तहत 150 से अधिक पहल शुरू की गई हैं। इसके परिणामस्वरूप समुद्री क्षेत्र में महत्वपूर्ण सुधार हुए हैं। पीएम मोदी ने कहा कि भारत के प्रमुख बंदरगाहों की क्षमता दोगुनी हो गई है। टर्नअराउंड समय में उल्लेखनीय कमी आई है।

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