देश में ओमीक्रोन संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है
Coronavirus Omicron LIVE Updates: देश में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमीक्रोन (Omicron) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ओमीक्रोन वेरिएंट भारत सहित दुनिया भर में कहर मचा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक इस समय ओमीक्रोन वेरिएंट 110 से अधिक देशों में फैल चुका है। हालांकि कुछ एक्सपर्ट्स के मुताबिक ओमीक्रोन वेरिएंट ज्यादा खतरनाक नहीं है लेकिन डब्ल्यूएचओ ने आगाह किया है कि इस बीमारी को हल्के में नहीं लें।
'इम्युनिटी' पर फिर शुरू हुई बहस
ओमीक्रोन की रफ्तार बेकाबू होने के बाद एक बार फिर 'इम्युनिटी' को लेकर बहस शुरू हो गई है, जो पिछले दो वर्षों में एक राष्ट्रीय मुद्दा बन गया है। दरअसल, कुछ एक्सपर्ट का मानना है कि ओमीक्रोन से बचने के लिए इम्युनिटी का बूस्ट होना बेहद जरूरी है। जिन लोगों की इम्युनिटी कमजोर होती है, उनमें इस संक्रमण का जोखिम बहुत ज्यादा रहता है। इसके लिए जरूरी है कि इम्युनिटी को मजबूत किया जाए।
आयुष मंत्रालय के मुताबिक, काढ़ा इम्युनिटी को मजबूत करने में बेहद फायदेमंद है। इसके अलावा मंत्रालय ने तुलसी, दालचीनी, काली मिर्च, सूखी अदरक, मुनक्का, गुड़ और लेमन का काढ़ा बनाकर दिन में दो बार पीने की सलाह दी है। इसके अलावा खाने में हल्दी, धनिया, जीरा, लहसुन खाने की सलाह भी दी गई है। पिछले दो सालों से देशभर में लोग इन “इम्युनिटी-बूस्टिंग” घरेलू इलाज का जमकर इस्तेमाल कर रहे हैं।
ओमीक्रोन के खिलाफ कोई जादू की गोली नहीं
इस बीच, एक्सपर्ट का कहना है कि स्वस्थ रहने के लिए ओमीक्रोन के खिलाफ कोई जादू की गोली या शॉर्टकट उपाय नहीं हैं। क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज (वेल्लोर) वायरोलॉजी के सेवानिवृत्त प्रोफेसर डॉक्टर टी जैकब जॉन ने कहा कि स्वस्थ रहना सुनिश्चित करेगा कि आपका 'प्रतिरक्षा प्रणाली' (immune system) स्वस्थ है। प्रतिरक्षा प्रणाली एक अत्यंत जटिल और ठीक-ठाक 'सटीक प्रणाली' (precision system) है। उन्होंने कहा कि इसे केवल घरेलू इलाज और टॉनिक आदि से नहीं बनाया जा सकता है।
डॉ जॉन के साथ सहमति जताते हुए अपोलो अस्पताल के डॉ सुरनजीत चटर्जी ने भी कहा कि एक स्वस्थ जीवन शैली, भोजन और अच्छी नींद प्रतिरक्षा प्रणाली को चालू रखने के लिए आवश्यक है। उन्होंने कहा कि मैं घर के बने मनगढ़ंत चीजों के खिलाफ नहीं हूं, क्योंकि यह इम्युनिटी बनाने का सही तरीका नहीं है। उन्होंने कहा कि काढ़ा और ऐसे सभी घरेलू उपचारों का अंत नहीं है। ये मदद कर सकते हैं या नहीं, लेकिन निश्चित रूप से अल्पावधि में नहीं।
डॉक्टर जैकब आशंका जता रहे हैं कि भारत में इस साल भी 2021 की तरह हाहाकार मच सकता है। भारत में बीते साल महामारी के पीक के दौरान हर दिन 4,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो रही थी। जबकि मार्च और मई 2021 के बीच कम से कम दो लाख से अधिक लोगों की मौत दर्ज की गई। कई राज्यों में तो शमशान घाटों और कब्रिस्तानों में कतारें लग गई। दिल्ली, मुंबई, लखनऊ, अहमदाबाद और भोपाल जैसे बड़े शहरों में भी लोग ऑक्सीजन के लिए छटपटाने दिखे।
देश में ओमीक्रोन की रफ्तार बेकाबू
भारत में बीते 24 घंटे में कोरोना के 1,59,632 नए मामले सामने आए जबकि 327 लोगों की मौत हुई है। इसके साथ ही कोरोना के एक्टिव मामले बढ़कर 5,90,611 हो गए हैं। वहीं देश में ओमीक्रोन मामले की संख्या बढ़कर 3,623 हो गई है, जिनमें से 1,409 को अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अब तक कुल 27 राज्यों में ओमीक्रोन के मामले सामने आए है।
महाराष्ट्र में ओमीक्रोन के 1,009 मामले सामने आए हैं और उनमें से 439 को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। इस बीच, दिल्ली में ओमीक्रोन मामलों की संख्या 513 हो गई है जिसमें से 57 ठीक हो गए हैं। ओमीक्रोन पीड़ित अन्य राज्यों में कर्नाटक (441), राजस्थान (373), केरल (333), गुजरात (204), तमिलनाडु (185), हरियाणा और तेलंगाना (123 प्रत्येक) और उत्तर प्रदेश (113), ओडिशा (60), आंध्र प्रदेश (28), पंजाब (27), पश्चिम बंगाल (27) और गोवा (19) शामिल हैं।
इनके अलावा ओमीक्रोन के कम मामले मध्य प्रदेश और असम में(नौ नौ प्रत्येक) , उत्तराखंड (आठ); मेघालय (चार); चंडीगढ़, जम्मू -कश्मीर ,अंडमान और निकोबार द्वीप समूह (तीन-तीन); पुडुचेरी (दो); हिमाचल प्रदेश, लद्दाख, मणिपुर और छत्तीसगढ़ में एक एक दर्ज किए गए हैं।