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2000 Notes : भारत में 500 रुपये से बड़े नोटों की कोई जरूरत नहीं, RBI के पूर्व डिप्टी गवर्नर गांधी का बयान

RBI के पूर्व डिप्टी गवर्नर गांधी ने आज 20 मई को मनीकंट्रोल से कहा, "जिस तरह से डिजिटल लेनदेन बढ़ रहा है, मुझे नहीं लगता कि उच्च मूल्यवर्ग के किसी भी करेंसी नोट की जरूरत है।" गांधी का मानना है कि डिजिटल पेमेंट सिस्टम के बढ़ने और लोवर इन्फ्लेशन का मतलब है कि उच्च मूल्यवर्ग के करेंसी नोटों की अब और जरूरत नहीं है

Edited By: Shubham Thakurअपडेटेड May 20, 2023 पर 8:21 PM
2000 Notes : भारत में 500 रुपये से बड़े नोटों की कोई जरूरत नहीं, RBI के पूर्व डिप्टी गवर्नर गांधी का बयान
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के पूर्व डिप्टी गवर्नर आर गांधी का मानना है कि देश में 500 रुपये से बड़े नोटों की कोई जरूरत नहीं है।

2000 Notes : रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के पूर्व डिप्टी गवर्नर आर गांधी का मानना है कि देश में 500 रुपये से बड़े नोटों की कोई जरूरत नहीं है। बता दें कि RBI ने कल यानी शुक्रवार को चौंकाने वाला फैसला लिया। उसने 2000 रुपये के नोटों को चलन से वापस लेने की घोषणा की। इसे लेकर गांधी ने आज 20 मई को मनीकंट्रोल से कहा, "जिस तरह से डिजिटल लेनदेन बढ़ रहा है, मुझे नहीं लगता कि उच्च मूल्यवर्ग के किसी भी करेंसी नोट की जरूरत है।" गांधी का मानना है कि डिजिटल पेमेंट सिस्टम के बढ़ने और लोवर इन्फ्लेशन का मतलब है कि उच्च मूल्यवर्ग के करेंसी नोटों की अब और जरूरत नहीं है।

30 सितंबर तक है मौका

आरबीआई ने कहा है कि लोग 23 मई से लेकर 30 सितंबर तक 2 हजार रुपये के नोटों को अकाउंट में जमा करा सकते हैं या बैंकों में जाकर बदल सकते हैं। आरबीआई की घोषणा के घंटों बाद पूर्व केंद्रीय बैंकर का यह बयान आया है। केंद्रीय बैंक ने कहा है कि 2000 रुपये के नोट लीगल टेंडर बने रहेंगे। इस कदम की तुलना नवंबर 2016 में सरकार के नोटबंदी के फैसले से की जा रही है।

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