RBI Monetary Policy Updates: RBI ने 0.35% रेपो रेट बढ़ाया, कहा-महंगाई के खिलाफ लड़ाई अभी जारी रहेगी
RBI Monetary Policy: रिजर्व बैंक की मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी ने इस बार ग्रोथ और महंगाई के बीच संतुलन बनाने का फैसला किया है। इसी लिए रेपो रेट बढ़ाने का फैसला तो किया है लेकिन पहले के मुकाबले कम बढ़ाया है।
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने रेपो रेट बढ़ाते हुए कहा कि महंगाई दर पिछले 10 महीनों से रिजर्व बैंक की तय सीमा से ज्यादा होने की वजह से इस बार भी रेट बढ़ाया गया है
RBI Monetary Policy Live Updates: रिजर्व बैंक (RBI) ने इंटरेस्ट रेट बढ़ा दिया है। इसका ऐलान आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने 7 दिसंबर (बुधवार) को सुबह 10 बजे किया। केंद्रीय बैंक की मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी (MPC) का मानना है कि अभी महंगाई को काबू में करने की कोशिश जारी रखना जरूरी है। RBI ने रेपो रेट में 35 बेसिस अंक का इजाफा किया है। अभी तक रेपो रेट 5.90% था, जो अब बढ़कर 6.25% पर पहुंच गया है। मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी के 6 सदस्यों में से 4 ने रेपो रेट 35 बेसिस अंक बढ़ाने प्रस्ताव के पक्ष में वोट किया। इस साल मई से रिजर्व बैंक का फोकस इनफ्लेशन को काबू में करने पर रहा है। यही वजह है कि वह मई से अब तक इंटरेस्ट रेट पांच बार बढ़ा चुका है। RBI ने इस साल अब तक रेपो रेट में 2.25 फीसदी की बढ़ोतरी कर चुका है।
महंगाई पर क्या है RBI गवर्नर की राय
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि महंगाई दर अक्टूबर में घटकर 6.77% रही। यह पिछले तीन महीनों में सबसे कम है। सितंबर में यह 7.41% थी। लेकिन, अब भी यह पिछले 10 महीनों से रिजर्व बैंक की तय सीमा से ज्यादा है। रिजर्व बैंक ने आखिरी बार मार्च 2020 में रेपो रेट में कटौती थी। उसके बाद करीब दो साल तक रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया था। लेकिन इस दौरान महंगाई दर लगातार 4% से ज्यादा रही। इसलिए 4 मई 2022 को RBI ने इंटरेस्ट रेट बढ़ाना शुरू किया। अभी तक पॉलिसी रेट में 50 बेसिस अंक यानि आधा फीसदी की बढ़ोत्तरी होती आ रही थी। लेकिन अब महंगाई में थोड़ी नरमी आने पर RBI ने इस बार पॉलिसी रेट में सिर्फ 35 बेसिस अंक यानि 0.35% का इजाफा किया है।
GDP ग्रोथ का अनुमान घटाया
रिजर्व बैंक ने फिस्कल ईयर 2023 के लिए ग्रोथ रेट का अनुमान 7% से घटाकर 6.8% कर दिया है। रिजर्व बैंक के गवर्नर ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था में लचीलापन बना हुआ है। उन्होंने कहा कि जब दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं पर मंदी का खतरा बढ़ रहा है, तब इंडियन इकोनॉमी ग्रोथ दिखा रही है। हालांकि, उन्होंने कहा कि दुनिया में मंदी आई तो इसका असर इंडिया पर भी पड़ेगा।
महंगाई में कमी आने का अनुमान
शक्तिकांत दास ने कहा कि इनफ्लेशन में कमी आ रही है। आने वाली तिमाहियों में इसमें और कमी देखने को मिलेगी। उन्होंने इस वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही में रिटेल इनफ्लेशन के घटकर 5.9 फीसदी पर आ जाने का अनुमान जताया। अगर ऐसा होता है तो यह राहत की बात होगी। कई महीनों के बाद इनफ्लेशन 6 फीसदी से नीचे आएगा।