भारत और रूस ने द्विपक्षीय व्यापार (India Russia bilateral trade) का सेटलमेंट रुपये में करने की कोशिशें बंद कर दी हैं। पिछले कई महीनों से दोनों पक्षों के बीच इस बारे में बातचीत चल रही थी। लेकिन, भारत रूस को रुपये में पेमेंट लेने के लिए तैयार नहीं कर सका। इस मामले से जुड़े दो सरकारी अधिकारियों ने यह जानकारी दी। यह रूस से कम प्राइस पर ऑयल का इंपोर्ट करने वाले आयातकों के लिए खराब खबर है। उन्हें रुपये में पेमेंट की सुविधा शुरू हो जाने की उम्मीद थी। इससे करेंसी कनवर्जन पर आने वाला खर्च बचाने में उन्हें मदद मिलती।