Russian crude Oil : भारत ने रूस से सस्ते क्रूड ऑयल की खरीद करके हजारों करोड़ रुपये की बचत की है। साथ ही, उसने ऐसे दौर में डॉलर के आउटफ्लो के मामले में बचत की है, जब स्थानीय करेंसी कमजोर हो चुकी है। यूक्रेन पर हमले के बाद रूस पर जिओपॉलिटिकल प्रेशर (geopolitical pressure) बढ़ने के बावजूद, भारत ने साफ कर दिया कि वह अपनी एनर्जी की जरूरतों को प्राथमिकता देगा और रूस से तेल खरीदता रहेगा। भारत ने अनुमानित रूप से इस साल फरवरी से अभी तक रूस से सस्ते क्रूड के आयात के जरिये 35,000 करोड़ रुपये की बचत की है।