Get App

SBI Chairman दिनेश खारा ने कहा, इंडिया पर वैश्विक मंदी का असर दूसरे देशों जितना नहीं पड़ेगा

ग्लोबल इकोनॉमी के मौजूदा हालात के बारे में खरा ने कहा कि इंडियन इकोनॉमी का प्रदर्शन बहुत अच्छा है। इसकी ग्रोथ 6.8 फीसदी रहने की उम्मीद है। इनफ्लेशन भी काफी हद तक काबू में है। यह तब है जब ग्लोबल लेवल पर स्थितियां चुनौतीपूर्ण बनी हुई हैं

Curated By: Rakesh Ranjanअपडेटेड Oct 15, 2022 पर 10:57 AM
SBI Chairman दिनेश खारा ने कहा, इंडिया पर वैश्विक मंदी का असर दूसरे देशों जितना नहीं पड़ेगा
खारा ने कहा कि कुलमिलाकर दुनियाभर की इकोनॉमीज मुश्किल का सामना कर रही हैं। सरकार हालात से निपटने की कोशिश कर रही है।

दुनिया में मंदी आने की आशंका बढ़ रही है। इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF) और वर्ल्ड बैंक ने भी इस बारे में आगाह किया है। इस बीच, देश के सबसे बड़े बैंक SBI के चेयरमैन दिनेश खारा (SBI Chairman Dinesh Khara) ने कहा है कि वैश्विक मंदी का असर इंडिया पर उतना नहीं पड़ेगा, जितना दूसरे देशों पर पड़ेगा।

खारा ने शुक्रवार को आईएमएफ और वर्ल्ड बैंक की सालाना बैठक के दौरान पीटीआई को दिए इंटरव्यू में कहा कि इंडियन इकोनॉमी की ग्रोथ रेट 6.8 फीसदी रहने का अनुमान है। इनफ्लेशन भी काफी कंट्रोल में है। इसलिए वैश्विक मंदी आती है तो इंडिया पर इसका असर उतना नहीं पड़ेगा, जितना दूसरे देशों पर पड़ेगा।

यह भी पढ़ें : मिले-जुले मैक्रो आंकड़ों के बीच बाजार में गिरावट, FII की बिकवाली ने बनाया दबाव

उन्होंने कहा, "मुख्यत: डिमांड के लिहाज से इंडिया की ज्यादा निर्भरता घरेलू बाजार पर है। इसलिए कि जीडीपी का बड़ा हिस्सा घरेलू इकोनॉमी से जुड़ा है। इसलिए मेरा मानना है कि वैश्विक मंदी का असर हमारे ऊपर पड़ेगा, लेकिन यह दूसरे देशों के मुकाबले बहुत कम होगा। दूसरी इकोनॉमी ग्लोबल इकोनॉमी से ज्यादा जुड़ी हैं। अगर हम बीटा फैक्टर को देखें तो इंडियन इकोनॉमी का बीटा फैक्टर काफी कम होगा। इसकी वजह यह है कि दूसरी बड़ी इकोनॉमी का एक्सपोर्ट बहुत ज्यादा है।"

सब समाचार

+ और भी पढ़ें