देश में गरीबी को लेकर एक अच्छी खबर आई है। दरअसल साल 2021 में खत्म हुए पांच सालों के आंकड़े बताते हैं कि इस दौरान 13.5 करोड़ लोग बहुआयामी गरीबी बाहर आए हैं। इस दौरान उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश में सबसे अच्छा सुधार देखने को मिला है। यह आंकड़े नीति आयोग की तरफ से जारी किए गए हैं। राष्ट्रीय बहुआयामी गरीबी सूचकांक (एमपीआई) के दूसरे संस्करण के मुताबिक साल 2015-16 में बहुआयामी गरीबी का आंकड़ा 24.85 फीसदी था। जो कि साल 2019-2021 में 9 फीसदी घट कर 14.96 प्रतिशत पर आ गया था।