NEET Result 2024 Controversy: मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट 2024 में कथित धांधली के आरोपों पर केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने बड़ा फैसला लिया है। शिक्षा मंत्रालय ने नीट परीक्षा और परिणाम में धांधली के जांच के लिए एक शिकायत निवारण समिति का गठन करने का ऐलान किया है। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) के महानिदेशक सुबोध सिंह ने कहा कि शिक्षा मंत्रालय ने नीट-यूजी में ग्रेस मार्क पाने वाले 1,500 से अधिक अभ्यर्थियों के परिणामों की पुन: जांच करने के लिए समिति गठित की है।
उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्रालय ने शनिवार (8 जून) को NEET UG 2024 के नतीजों से जुड़ी चिंताओं को दूर करने के लिए एक शिकायत निवारण समिति के गठन करने की घोषणा की। यह समिति उम्मीदवारों द्वारा उठाई गई शिकायतों का गहन विश्लेषण करेगी और यह सुनिश्चित करेगी कि सभी मुद्दों का निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से समाधान किया जाए।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शिक्षा मंत्रालय ने NEET UG 2024 के नतीजों को लेकर लगाए गए आरोपों के जवाब में कहा, "हम एक पारदर्शी संगठन हैं।" अधिकारियों ने छात्रों द्वारा उठाई गई चिंताओं पर परीक्षा प्रक्रिया में निष्पक्षता और पारदर्शिता बनाए रखने के लिए अपनी प्रतिबद्धता पर जोर दिया।
क्या दोबारा होंगे एग्जाम?
NEET मुद्दे पर उच्च शिक्षा सचिव के. संजय मूर्ति ने कहा, "हमारी समिति ने बैठक की और उन्होंने केंद्रों और सीसीटीवी के सभी विवरणों का अवलोकन किया... उन्होंने पाया कि कुछ केंद्रों पर समय की बर्बादी हुई और छात्रों को इसके लिए मुआवजा दिया जाना चाहिए... समिति ने सोचा कि वे शिकायतों को दूर कर सकते हैं और छात्रों को मुआवजा दे सकते हैं। इसलिए कुछ छात्रों के अंक बढ़ाए गए। इसके कारण, कुछ छात्रों की चिंताएं सामने आईं क्योंकि कुछ उम्मीदवारों को 718 और 719 अंक मिले और 6 उम्मीदवार टॉपर बन गए... हमने सभी चीजों का सावधानीपूर्वक विश्लेषण किया और परिणाम जारी किए।"
उन्होंने आगे कहा, "4750 केंद्रों में से, यह समस्या 6 केंद्रों तक सीमित थी। और 24 लाख छात्रों में से केवल 1600 छात्रों को इस समस्या का सामना करना पड़ा। पूरे देश में इस परीक्षा की शुचिता से समझौता नहीं किया गया... कोई पेपर लीक नहीं हुआ... पूरी परीक्षा प्रक्रिया बहुत पारदर्शी रही है।"अधिकारियों ने कहा, "हमने इन सभी चिंताओं की गहन जांच की है। निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए एक समिति फिर से शिकायतों का विश्लेषण करेगी। हम 23 लाख उम्मीदवारों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि उनकी चिंताओं को गंभीरता से लिया जा रहा है।"
बता दें कि एग्जाम से पहले प्रश्नपत्र लीक होने और तकनीकी गड़बड़ियों के आरोपों ने NEET UG 2024 के नतीजों को प्रभावित किया है। विपक्षी पार्टियों द्वारा सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में आरोपों की जांच की मांग की जा रही है।
कांग्रेस ने की CBI जांच की मांग
कांग्रेस ने मेडिकल परीक्षा नीट के आयोजन और रिजल्ट पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस पार्टी का कहना है कि आखिर कैसे एक साथ 67 टॉपर को नीट परीक्षा में 720 में से पूरे 720 अंक मिल गए। इसके अलावा कांग्रेस ने यह भी सवाल उठाया है कि एक ही सेंटर के 8 बच्चे कैसे 720 में से 720 अंक हासिल कर टॉपर बन गए। मुख्य विपक्षी पार्टी ने अब इस पूरे मामले में सुप्रीम कोर्ट की देखरेख में जांच की मांग की है। कांग्रेस का यह भी कहना है कि जब परीक्षा में हर सवाल 4 नंबर का था तो फिर छात्रों के 718-719 नंबर कैसे आए।
कांग्रेस ने नीट परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक होने का आरोप लगाया और कहा परिणाम में 67 छात्रों को 720 में से 720 अंक मिलना बड़ा संदेह पैदा करता है। शुक्रवार को कांग्रेस मुख्यालय में इस विषय पर पार्टी नेता कन्हैया कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) ने जो सफाई दी है वह बहुत अजीब है। कन्हैया के मुताबिक एनटीए का कहना है कि उन्होंने कई छात्रों को ग्रेस अंक दिए, जिसकी वजह से उनका स्कोर 720 पहुंच गया, जबकि 67 टॉपर आए हैं।
कुमार ने कहा कि इसका मतलब यह है कि देश के सबसे प्रतिष्ठित संस्थान एम्स में भी टॉपर्स को दाखिला नहीं मिल पाएगा। यहां केवल 50-60 छात्रों को दाखिला मिल पाता है। कांग्रेस ने घोटाले का आरोप लगाते हुए कहा कि मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट में लाखों परीक्षार्थियों के साथ घोटाला पूरी तरह से अस्वीकार्य और अक्षम्य है। यह देश के लाखों अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ सीधा खिलवाड़ है, जिसकी सर्वोच्च न्यायालय की देखरेख में उच्च स्तरीय जांच तुरंत होनी चाहिए।