NEET UG Paper Leak Scam 2024: नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट अंडरग्रेजुएट (NEET UG 2024) में पेपर लीक होने के आरोपों के बीच बिहार के एक छात्र ने अपने जूनियर इंजीनियर फूफा के माध्यम से लीक हुआ क्वेश्चन पेपर प्राप्त करने की बात स्वीकार की है। इस छात्र का नाम है अनुराग यादव (Anurag Yadav) है, जो बिहार के समस्तीपुर का रहने वाला है। वह नीट यूजी 2024 एग्जाम में शामिल हुआ था। अनुराग ने पटना पुलिस को बयान दिया है जिसमें उसका कुबूलनामा सामने आया है। उसने कहा है कि एग्जाम के एक दिन पहले मुझे क्वेश्चन पेपर मिल गई थी। अनुराग ने बताया कि रात में जो पेपर उसे रटवाया गया, वही अगले सुबह एग्जाम में आया।
22 वर्षीय अनुराग यादव ने अपने कबूलनामे में कहा है कि उसके फूफा सिकंदर प्रसाद यादवेंदु बिहार के दानापुर नगर परिषद (दानापुर नगर परिषद) में तैनात ज्यूनियर इंजीनियर हैं। उन्होंने उसे राजस्थान के कोटा से लौटने के लिए कहा और भरोसा दिया कि परीक्षा के लिए सभी व्यवस्थाएं कर ली गई हैं। उसने अपना अपराधा स्वीकार कर लिया है।
यादव ने कहा कि उसे परीक्षा से एक दिन पहले 4 मई को नीट परीक्षा का क्वेश्चन पेपर और आंसर शीट मिली। फिर उसे उत्तर याद करने के लिए कहा गया। रात में मुझे उसे रटवाया गया। उसने कहा कि मेरा नीट एग्जाम सेंटर डीवाई पाटिल स्कूल था। मैं एग्जाम देने गया तो जो क्वेश्चन पेपर मुझे रटवाया गया था, वही सारे सवाल सही सही परीक्षा में मिल गए। एग्जाम के बाद अचानक पुलिस आई और मुझे पकड़ लिया।
बता दें कि शिक्षा मंत्रालय ने राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) द्वारा आयोजित यूजीसी-नेट परीक्षा रद्द करने का बुधवार (19 जून) को आदेश दिया और मामले को गहन जांच के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपा गया है।
शिक्षा मंत्रालय ने बिहार पुलिस से रिपोर्ट मांगी
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने पटना में नीट-यूजी 2024 के आयोजन में कथित अनियमितताओं के संबंध में बुधवार को बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई से रिपोर्ट मांगी। बिहार जैसे राज्यों में प्रश्नपत्र लीक होने और इस प्रतिष्ठित परीक्षा में अन्य अनियमितताओं के आरोप लगे हैं। इन आरोपों के कारण कई शहरों में विरोध प्रदर्शन हुए हैं और कई हाई कोर्ट के साथ-साथ सुप्रीम कोर्ट में भी याचिकाएं दायर की गई हैं।
मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई को बताया, "पटना में परीक्षा के आयोजन में कथित अनियमितताओं के संबंध में बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई से विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट मिलने के बाद सरकार आगे की कार्रवाई करेगी।"
अधिकारी ने कहा, "सरकार परीक्षाओं की शुचिता सुनिश्चित करने और छात्रों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। यह फिर से कहा जाता है कि इस मामले में संलिप्त पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति या संगठन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।"
यह परीक्षा 5 मई को 4,750 केंद्रों पर आयोजित की गई थी और इसमें करीब 24 लाख उम्मीदवार शामिल हुए थे। इसके नतीजे 14 जून को घोषित किए जाने की उम्मीद थी, लेकिन आंसर शीट का मूल्यांकन पहले ही पूरा हो जाने के कारण नतीजे 4 जून को घोषित कर दिए गए थे।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि छात्र इन परीक्षाओं की तैयारी करने में कड़ी मेहनत करते हैं। शीर्ष अदालत ने कहा कि नीट-यूजी, 2024 से संबंधित मुकदमे को विरोधात्मक नहीं माना जाना चाहिए। केंद्र और एनटीए ने 13 जून को शीर्ष अदालत को बताया था कि उसने एमबीबीएस और अन्य ऐसे पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए परीक्षा देने वाले 1,563 उम्मीदवारों को दिए गए ग्रेस मार्क रद्द कर दिए हैं।