Minister of Education of India News: केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मंगलवार (17 दिसंबर) को बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) 2025 से कोई भी भर्ती परीक्षा आयोजित नहीं करेगी। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि NTA केवल उच्च शिक्षा प्रवेश परीक्षाओं पर ध्यान केंद्रित करेगी। मेडिकल में दाखिल के लिए आयोजित होने वाली नीट के पेपर कथित तौर पर लीक होने और अन्य अनियमितताओं के कारण कई परीक्षाओं को रद्द किए जाने के बाद इस साल की शुरुआत में गठित एक उच्च स्तरीय समिति ने परीक्षा सुधारों के लिए सुझाव दिए थे। इसके आधार पर यह कदम उठाया गया है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "एनटीए में सुधार के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया। कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। एक्शन टेकेन रिपोर्ट के तहत इसे सुप्रीम कोर्ट के सामने पेश किया गया है। मैं आपके साथ रिपोर्ट के कुछ मुख्य बिंदु साझा करूंगा। यह आज सार्वजनिक डोमेन में आ जाएगा... 2013-14 की तुलना में 2023-24 में अधिक स्कूल हैं। पहले 53% स्कूलों में बिजली थी लेकिन अब 91.8% स्कूलों में बिजली है।"
शिक्षा मंत्रालय इस बारे में स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ बातचीत भी कर रहा है कि क्या परीक्षा पेन और पेपर आधारित पारंपरिक तरीके से आयोजित की जानी चाहिए या कंप्यूटर आधारित टेस्ट (सीबीटी) में बदल दी जानी चाहिए। प्रधान ने पत्रकारों से कहा, "एनटीए केवल उच्च शिक्षा के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित करने तक सीमित रहेगी और अगले साल से कोई भर्ती परीक्षा आयोजित नहीं करेगी।"
मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि संयुक्त विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (CUET-UG) का आयोजन साल में एक बार ही किया जाएगा। उन्होंने कहा, "सरकार भविष्य में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हुए कंप्यूटर आधारित प्रवेश परीक्षा कराने पर विचार कर रही है।" प्रधान ने कहा कि 2025 में एनटीए का पुनर्गठन किया जाएगा।
उन्होंने कहा, "नेशनल टेस्टिंग एजेंसी का 2025 में पुनर्गठन किया जाएगा, कम से कम दस नए पद सृजित किए जा रहे हैं। परीक्षा में एक भी गलती न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए एटीए के कामकाज में कई बदलाव किए जाएंगे।"
धर्मेंद्र प्रधान ने मंगलवार को यह घोषणा की कि अगले साल से कुछ कक्षाओं के लिए राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (NCERT) की टेस्टबुक की कीमतें कम होंगी। प्रधान ने कहा कि परिषद वर्तमान में प्रति वर्ष पांच करोड़ पाठ्य पुस्तकें छापती है। अगले वर्ष से इस क्षमता को बढ़ाकर 15 करोड़ करने की दिशा में काम किया जा रहा है। मंत्री ने यह भी बताया कि नौवीं से 12वीं कक्षा के लिए नई टेस्टबुक 2026-27 शैक्षणिक सत्र से उपलब्ध होंगी।