UPPSC Protest News Updates: प्रयागराज में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) के बाहर आरो-एआरओ और पीसीएस-प्री एग्जाम को लेकर चार दिन से प्रदर्शन कर रहे छात्रों की बड़ी जीत हुई है। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने बुधवार (14 नवंबर) को पीसीएस-प्री परीक्षा पहले की तरह आयोजित करने का ऐलान किया है। यानी अब एक ही शिफ्ट में एग्जाम होंगे। जबकि आरओ-एआरओ की परीक्षा फिलहाल स्थगित कर दी गई है। यूपीपीएससी ने आरओ-एआरओ परीक्षाओं के बारे में निर्णय लेने के लिए एक समिति बनाई है। प्रदर्शनकारी छात्रों से मुलाकात करने पहुंचे प्रयागराज के डीएम रवींद्र कुमार ने कहा, "आयोग (यूपीपीएससी) द्वारा जल्द ही परीक्षा (पीसीएस) की तारीख जारी की जाएगी।"
सूत्रों ने बताया कि छात्रों के उग्र प्रदर्शन को देखते हुए उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मामले में खुद दखल दिया है। RO/ARO परीक्षा 2023 के लिए एक समिति जल्द ही एक रिपोर्ट पेश करेगी। लोक सेवा आयोग के गेट के सामने धरने पर बैठे छात्रों के हाथों में अलग अलग नारे लिखी तख्तियां थीं जिसमें किसी में लिखा था "बटेंगे नहीं, हटेंगे नहीं, न्याय मिलने तक एक रहेंगे", तो किसी में लिखा था, "एक दिन, एक परीक्षा"।
आयोग ने पिछले मंगलवार को इन परीक्षाओं की डेट घोषणा की थी। पीसीएस प्री की परीक्षा के लिए सात और आठ दिसंबर की तारीख घोषित की गई थी। वहीं समीक्षा अधिकारी एवं सहायक समीक्षा अधिकारी (आरओ/एआरओ) प्री की परीक्षा के लिए 22 और 23 दिसंबर की डेट घोषित की गई थी।
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है, "उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग एक दिन में प्रारंभिक परीक्षा आयोजित करेगा। RO/ARO (प्री.) परीक्षा-2023 के लिए आयोग द्वारा एक समिति का गठन किया गया है। कमेटी सभी पहलुओं पर विचार कर जल्द ही अपनी विस्तृत रिपोर्ट सौंपेगी।"
समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रयागराज में छात्रों के विरोध प्रदर्शन से निपटने और परीक्षाओं को ठीक से आयोजित करने में विफल रहने के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) सरकार की आलोचना की है। फूलपुर में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए यादव ने यूपी लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) द्वारा राज्य सिविल सेवा (पीसीएस)-प्रारंभिक परीक्षा और आरओ-एआरओ परीक्षा अलग-अलग दो दिन में आयोजित कराने के फैसले के खिलाफ चल रहे छात्रों के विरोध प्रदर्शन का जिक्र करते हुए सरकार की आलोचना की।
उन्होंने कहा, "जो लोग 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' की बात करते हैं, वे एक दिन में छात्रों के लिए परीक्षा भी नहीं करवा सकते।" यादव ने छात्रों के साथ एकजुटता व्यक्त की। लेकिन राजनीतिकरण के आरोपों से बचने के लिए विरोध प्रदर्शन में शामिल होने से परहेज किया। उन्होंने राज्य में परीक्षाओं के सुचारु संचालन को सुनिश्चित करने में असमर्थता के लिए बीजेपी की आलोचना की। पूर्व सीएम ने कहा, "यह वही सरकार है जो 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' को बढ़ावा देती है, लेकिन उत्तर प्रदेश में वे हमारे युवाओं के लिए एक दिन में परीक्षा तक नहीं करा सकते।
प्रयागराज में हजारों छात्र इस फैसले के खिलाफ लगातार चौथे दिन गुरुवार को विरोध प्रदर्शन किया जिनका दावा है कि इससे अनावश्यक भ्रम और कठिनाई बढ़ रही है। यादव ने प्रश्नपत्र लीक, बार-बार परीक्षा के स्थगित और रद्द होने जैसे मुद्दों का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार युवाओं का भविष्य बर्बाद कर रही है। उन्होंने फूलपुर में होने वाले आगामी उपचुनाव पर भी अपना ध्यान केंद्रित किया, जहां समाजवादी पार्टी अपने उम्मीदवार के रूप में मुस्तफा सिद्दीकी का समर्थन कर रही है।