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Ameen Sayani Death: ‘आवाज के जादूगर’ जाने माने रेडियो प्रेजेंटर अमीन सायानी का 91 वर्ष की आयु में निधन

Ameen Sayani Death: प्रसिद्ध रेडियो प्रेजेंटर जिनकी आवाज गीतमाला की पहचान बनी इन दिनों हमारे बीच नहीं रहे। 91वें की उम्र में दुनिया से विदा लेने वाले अमीन सायानी अपने पीछे अपनी आवाज की खास धरोहर छोड़कर जा रहे हैं। उनकी कहानी कहने का अंदाज करोड़ों दिलों को छू गया।

Kamna Lakariaअपडेटेड Feb 21, 2024 पर 1:08 PM
Ameen Sayani Death: ‘आवाज के जादूगर’ जाने माने रेडियो प्रेजेंटर अमीन सायानी का 91 वर्ष की आयु में निधन
Geetmala ने आज अपनी दशकों पुरानी पहचान को खो दिया

Ameen Sayani Death: रेडियो सुनने का शौक रखने वालों के कानों में एक आवाज (Radio Voice) हमेशा के लिए दर्ज है। ये आवाज है 'नमस्कार बहनों और भाइयों, मैं आपका दोस्त अमीन सायानी बोल रहा हूं।' कार्यक्रमबिनाका गीतमाला(Binaca Geetmala) प्रेजेंट करने वाले अमीन सयानी (Ameen Sayani Show) से जब भी कोई पूछता कि ये आवाज क्या गॉड गिफ्ट है? तो कहते कि सच कहूं तो मेरी आवाज बेहद खराब रही है बस मेरी कोशिश यही रहती है कि दिल से दिल की बात दिल तक पहुंचा सकूं। बस उसी में मैं कामयाब हो गया। उनका जन्म 21 दिसंबर, 1932 को मुंबई में हुआ था।

Ameen Sayani को पड़ा दिल का दौरा

जाने माने रेडियो प्रजेंटर अमीन सायानी का 91 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनके बेटे राजिल सायानी ने बुधवार को यह जानकारी दी। सायानी को मंगलवार रात दिल का दौरा पड़ा था जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। दिल का दौरा पड़ने से अमीन सायानी का शाम करीब सात बजे एचएन रिलायंस अस्पताल में निधन हो गया।

अमीन सायानी के भाई ने दिया था पहला ब्रेक

अमीन सायानी की खास बात ये है कि उन्होंने कभी भी भाइयों और बहनों कहकर अपनी बातचीत शुरू नहीं की। वो हमेशा से ही बहनों और भाइयों ही कहते थे। उनके मुताबिक लेडीज हमेशा से ही फर्स्ट होनी चाहिए। सभी महिलाएं या तो उनकी बहनें हैं या तो उनकी बेटियां। एक बार उनके इंटरव्यू में एक एंकर ने उन्हें सयानी कह दिया था तो बड़े प्यार से कहते हैं कि मैं सयानी नहीं सयाना हूं मेरा नाम सयानी नहीं सायानी है। 54000 से भी ज्यादा प्रोग्राम्स करने और 19,000 से भी ज्यादा स्पॉट सिंगल्स करने के लिए उनका नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज है। सात साल की उम्र से ही अमीन सायानी ने रेडियो पर बोलना शुरू कर दिया था। उनके बड़े भाई अमीर अंग्रेजी रेडियो चैनल पर काफी बड़े ब्रॉडकास्टर हुआ करते थे। अंग्रेजी में ही वो अमीन को AIR ले जाते थे। बस अपने भाई की मदद से कई चिल्ड्रन शो का हिस्सा बन जाते तो कभी किसी नाटक में बच्चे का रोल कर लेते। अपनी भाई के इस सपोर्ट की बदौलत अमीन ने रेडियो में काफी पहले ही जगह बना ली और अपना पैशन डिसकवर कर लिया था।

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