कांवड़ यात्रा रूट पर पड़ने वाली मस्जिदों और मजारों को पर्दों से ढके जाने से शुरू हुए विवाद के बाद हरिद्वार जिला प्रशासन ने कुछ घंटों के बाद ही उन्हें उतारना शुरू कर दिया। हालांकि, यात्रा रूट पर शराब की दुकानों के आगे लगाए गए पर्दों को नहीं हटाया गया है। शराब की दुकानों के बाहर भी इस बार पहली बार पर्दे लगाए गए हैं। हिंदुओं की सबसे बड़ी धार्मिक यात्रा की इस साल शुरुआत विवादों के साथ हुई, जहां उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश सरकारों ने कांवड़ यात्रा रूट पर होटल और ढाबा पर अपने नाम और पते वाले ‘साइनबोर्ड’ लगाने का आदेश दिया। इस पर विवाद के बीच मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा, जहां इस आदेश पर अंतरिम रोक लगा दी गयी।
