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हरिद्वार में कांवड़ रूट पर मस्जिदों और मजारों के सामने लगाए गए सफेद पर्दे, तो हो गया विवाद, जिला प्रशासन ने लिया यू-टर्न

हिंदुओं की सबसे बड़ी धार्मिक यात्रा की इस साल शुरुआत विवादों के साथ हुई, जहां उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश सरकारों ने कांवड़ यात्रा रूट पर होटल और ढाबा पर अपने नाम और पते वाले ‘साइनबोर्ड’ लगाने का आदेश दिया। इस पर विवाद के बीच मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा, जहां इस आदेश पर अंतरिम रोक लगा दी गई

MoneyControl Newsअपडेटेड Jul 27, 2024 पर 7:23 PM
हरिद्वार में कांवड़ रूट पर मस्जिदों और मजारों के सामने लगाए गए सफेद पर्दे, तो हो गया विवाद, जिला प्रशासन ने लिया यू-टर्न
हरिद्वार में कांवड़ रूट पर मस्जिदों और मजारों के सामने लगाए गए सफेद पर्दे, तो हो गया हरिद्वार में कांवड़ रूट पर मस्जिदों और मजारों के सामने लगाए गए सफेद पर्दे, तो हो गया विवाद, जिला प्रशासन ने लिाय यू-टर्नविवाद, जिला प्रशासन ने लिाय यू-टर्न

कांवड़ यात्रा रूट पर पड़ने वाली मस्जिदों और मजारों को पर्दों से ढके जाने से शुरू हुए विवाद के बाद हरिद्वार जिला प्रशासन ने कुछ घंटों के बाद ही उन्हें उतारना शुरू कर दिया। हालांकि, यात्रा रूट पर शराब की दुकानों के आगे लगाए गए पर्दों को नहीं हटाया गया है। शराब की दुकानों के बाहर भी इस बार पहली बार पर्दे लगाए गए हैं। हिंदुओं की सबसे बड़ी धार्मिक यात्रा की इस साल शुरुआत विवादों के साथ हुई, जहां उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश सरकारों ने कांवड़ यात्रा रूट पर होटल और ढाबा पर अपने नाम और पते वाले ‘साइनबोर्ड’ लगाने का आदेश दिया। इस पर विवाद के बीच मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा, जहां इस आदेश पर अंतरिम रोक लगा दी गयी।

अभी यह विवाद ठंडा भी नहीं पड़ा था कि हरिद्वार जिला प्रशासन ने यात्रा मार्ग पर पड़ने वाली मस्जिदों और मजारों को पर्दों से ढक दिया।

मस्जिद और मजारों को क्यों ढका गया

प्रदेश के पर्यटन और धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज ने इस संबंध में पूछे जाने पर कहा कि कांवड़ यात्रा को व्यवस्थित रूप से संपन्न कराने के लिए मस्जिद और मजारों को ढका गया।

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