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आतंकी ग्रुप ने कनाडा में भारतीय दूतावास को बंद करने की दी धमकी, PM मोदी ने ट्रूडो के सामने उठाया था चरमपंथी तत्वों का मुद्दा

Indian Embassy In Ottawa: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ट्रूडो को कनाडा में चरमपंथी तत्वों की भारत विरोधी गतिविधियों को जारी रखने के बारे में नई दिल्ली की चिंताओं से अवगत कराया। पीएम मोदी से साफ तौर पर कहा कि आतंकी भारतीय राजनयिकों के खिलाफ हिंसा भड़का रहे हैं और वहां भारतीय समुदाय को धमकी दे रहे हैं

अपडेटेड Sep 12, 2023 पर 10:51 AM
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आतंकियों का आरोप है कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की भारत में बेइज्जती हुई है

कनाडा में भारत विरोधी गतिविधियों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) द्वारा सख्ती दिखाए जाने के बाद चरमपंथी आतंकी बौखला गए हैं। एक आतंकवादी ग्रुप ने कनाडा की राजधानी ओटावा (Indian Embassy In Ottawa) में स्थित भारतीय दूतावास को बंद करने की धमकी दी है। आतंकियों का आरोप है कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) की भारत में बेइज्जती हुई है। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो को वहां चरमपंथी तत्वों की भारत विरोधी गतिविधियों के बारे में भारत की कड़ी चिंताओं से अवगत कराया, जो अलगाववाद को बढ़ावा दे रहे हैं। साथ ही राजनयिकों के खिलाफ हिंसा भड़का रहे हैं और वहां भारतीय समुदाय को धमकी दे रहे हैं।

न्यूज 18 के मुताबिक, कनाडा के उग्रवादी ग्रुप ने मंगलवार को भारत सरकार को ओटावा में भारतीय दूतावास को 'बंद' करने और उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा को वापस बुलाने की धमकी भरी कॉल जारी की। यह कॉल कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की अपने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी के साथ बैठक के दो दिन बाद आई है। ट्रूडो प्लेन में आई तकनीकी खराबी के कारण अभी भी भारत में हैं। उनकी G20 के दिल्ली शिखर सम्मेलन में बहुत कम उपस्थिति थी।

कनाडाई मीडिया के अनुसार, ट्रूडो आधिकारिक G20 गाला डिनर में भी मौजूद नहीं थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ट्रूडो को कनाडा में चरमपंथी तत्वों की भारत विरोधी गतिविधियों को जारी रखने के बारे में नई दिल्ली की चिंताओं से अवगत कराया। पीएम मोदी से साफ तौर पर कहा कि आतंकी भारतीय राजनयिकों के खिलाफ हिंसा भड़का रहे हैं और वहां भारतीय समुदाय को धमकी दे रहे हैं।


पीएम मोदी ने सख्ती से उठाया चरमपंथ का मुद्दा

विदेश मंत्रालय ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत-कनाडा संबंध साझा लोकतांत्रिक मूल्यों, कानून के शासन के प्रति सम्मान और दोनों देशों की जनता के बीच मजबूत संबंधों पर आधारित हैं। मंत्रालय ने कहा कि उन्होंने कनाडा में चरमपंथी तत्वों की भारत विरोधी गतिविधियों को जारी रखने के बारे में हमारी कड़ी चिंताओं से अवगत कराया। वे अलगाववाद को बढ़ावा दे रहे हैं। भारतीय राजनयिकों के खिलाफ हिंसा भड़का रहे हैं, राजनयिक परिसरों में तोड़फोड़ कर रहे हैं। कनाडा में भारतीय समुदाय और उनके पूजा स्थलों को धमकी दे रहे हैं।

विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि संगठित अपराध, मादक पदार्थ गिरोह और मानव तस्करी के साथ ऐसी ताकतों का गठजोड़ कनाडा के लिए भी चिंता का विषय होना चाहिए। मंत्रालय ने कहा कि ऐसे खतरों से निपटने के लिए दोनों देशों के लिए सहयोग करना जरूरी है। कनाडा में खालिस्तानी तत्वों की बढ़ती गतिविधियों पर भारत की चिंताओं के बारे में पूछे जाने पर ट्रूडो ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनका देश शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन की स्वतंत्रता की हमेशा रक्षा करेगा, लेकिन साथ ही हिंसा को रोकेगा और नफरत का हमेशा विरोध करेगा।

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उन्होंने कहा कि कनाडा हमेशा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, अंत:करण की स्वतंत्रता और शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन की स्वतंत्रता की रक्षा करेगा और यह हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण है। ट्रूडो ने कहा कि साथ ही, हम हिंसा को रोकने और नफरत का विरोध करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। मुझे लगता है कि यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि कुछ लोगों की हरकतें पूरे समुदाय या कनाडा का प्रतिनिधित्व नहीं करतीं। ट्रूडो ने कहा कि भारत कई क्षेत्रों में कनाडा का एक महत्वपूर्ण भागीदार है।

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