PM Modi Bhutan Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शुक्रवार (22 मार्च) को भूटान के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार 'ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो (Order of the Druk Gyalpo)' से सम्मानित किया गया। यह सम्मान पाने वाले पीएम मोदी किसी विदेशी सरकार के पहले प्रमुख हैं। प्रधानमंत्री मोदी को यह पुरस्कार 'भारत-भूटान संबंधों के विकास में उनके उत्कृष्ट योगदान और भूटानी राष्ट्र तथा इसके लोगों के वास्ते उनकी विशिष्ट सेवा' के लिए प्रदान किया गया है।
पुरस्कार मिलने के बाद पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में कहा, "भूटान द्वारा 'ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो' पुरस्कार दिए जाने पर सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मैं इसे 140 करोड़ भारतीयों को समर्पित करता हूं।"
भूटान के राजा जिग्मे खेसर नांग्याल वांगचुक ने प्रधानमंत्री मोदी को 'ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो' से सम्मानित किया। सम्मान की घोषणा भूटान के राजा ने 17 दिसंबर, 2021 को 114वें राष्ट्रीय दिवस समारोह के दौरान की थी। शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी दो दिवसीय भूटान यात्रा के दौरान इसे प्राप्त किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को कहा कि भूटान के लोगों द्वारा अपने सुंदर देश में उनका यादगार स्वागत करने के लिए वह आभारी हैं। साथ ही उन्होंने भारत-भूटान मित्रता के नई ऊचांइयां छूते रहने की उम्मीद जताई। पीएम मोदी दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर इस हिमालयी देश में पहुंचे हैं। उनकी यात्रा का उद्देश्य 'पड़ोस प्रथम' की नीति के तहत भूटान के साथ भारत के अनूठे संबंधों को और मजबूत बनाना है। पीएम मोदी का पारो एयरपोर्ट पर पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। एयरपोर्ट पर भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे ने उनकी अगवानी की।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि आज एक भारतीय के नाते मेरे जीवन का बहुत बड़ा दिन है, आपने मुझे भूटान के सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया है। हर पुरस्कार अपने आप में विशेष होता ही है लेकिन जब किसी अन्य देश से पुरस्कार मिलता है तो यह महसूस होता है कि हम दोनों देश सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
- पीएम मोदी ने आगे कहा कि 140 करोड़ भारतवासी जानते हैं कि भूटान के लोग उनके अपने परिवार के सदस्य हैं, भूटान के लोग भी यह जानते हैं और मानते हैं कि भारत उनका परिवार है। हमारे संबंध, मित्रता, आपसी सहयोग और विश्वास अटूट है। इसलिए मेरे लिए आज का यह दिन बहुत विशेष है।
- उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि भारत और भूटान एक साझी विरासत का हिस्सा है। भारत भगवान बुद्ध की भूमि है, उनकी तपोस्थली है। भारत वह भूमि है जहां बुद्ध को बोध प्राप्त हुआ था। भूटान ने भगवान बुद्ध की उन शिक्षाओं को आत्मसात किया, उन्हें संरक्षित किया।
- पीएम मोदी ने कहा कि मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि आने वाले 5 वर्षों में हम दोनों देशों के पारस्परिक सहयोग को नई ऊंचाई देंगे। हम भारत-भूटान के बीच कनेक्टिविटी, ट्रेड, इंफ्रास्ट्रक्चर और एनर्जी सेक्टर में नई संभावनाओं पर काम करेंगे।