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PM मोदी ने रोक दी थी बड़ी तबाही! 'पुतिन को परमाणु हथियार इस्तेमाल नहीं करने के लिए मनाया', पोलौंड के मंत्री का बड़ा खुलासा

Russia Ukraine War: बार्टोस्जेव्स्की का यह बयान ऐसे समय आया, जब प्रधानमंत्री मोदी ने एक दिन पहले ही लेक्स फ्रिडमैन के साथ एक पॉडकास्ट किया। इसमें उन्होंने कहा था कि शांति केवल बातचीत की मेज पर ही बहाल हो सकती है, युद्ध के मैदान में नहीं। उन्होंने दोनों युद्धरत देशों से बातचीत में शामिल होने का आग्रह किया था

MoneyControl Newsअपडेटेड Mar 17, 2025 पर 2:06 PM
PM मोदी ने रोक दी थी बड़ी तबाही! 'पुतिन को परमाणु हथियार इस्तेमाल नहीं करने के लिए मनाया', पोलौंड के मंत्री का बड़ा खुलासा
'PM मोदी ने पुतिन को परमाणु हथियार इस्तेमाल नहीं करने के लिए मनाया' रूस-यूक्रेन युद्ध पर पोलौंड के मंत्री का बड़ा खुलासा

पोलैंड के उप-विदेश मंत्री और सेक्रेटरी ऑफ स्टेट व्लादिस्लाव टेओफिल बार्टोस्जेव्स्की ने सोमवार को कहा कि उनका देश रूस-यूक्रेन युद्ध में भारत की भागीदारी के लिए "आभारी" है। उन्होंने खुलासा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को परमाणु हथियारों का इस्तेमाल न करने के लिए राजी किया था। उन्होंने CNN-News18 को दिए एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कहा, "प्रधानमंत्री मोदी की वारसॉ यात्रा बहुत अच्छी रही। प्रधानमंत्री मोदी ने पुतिन को परमाणु सामरिक हथियारों का इस्तेमाल न करने के लिए राजी किया। हम परमानेंट शांति चाहते हैं। हम यूक्रेन में स्थिर और टिकाऊ शांति चाहते हैं।"

बार्टोस्जेव्स्की का यह बयान ऐसे समय आया, जब प्रधानमंत्री मोदी ने एक दिन पहले ही लेक्स फ्रिडमैन के साथ एक पॉडकास्ट किया। इसमें उन्होंने कहा था कि शांति केवल बातचीत की मेज पर ही बहाल हो सकती है, युद्ध के मैदान में नहीं। उन्होंने दोनों युद्धरत देशों से बातचीत में शामिल होने का आग्रह किया था।

उन्होंने कहा, "रूस और यूक्रेन दोनों के साथ मेरे घनिष्ठ संबंध हैं। मैं राष्ट्रपति पुतिन के साथ बैठकर कह सकता हूं कि यह युद्ध का समय नहीं है, और मैं राष्ट्रपति जेलेंस्की से भी दोस्ताना तरीके से कह सकता हूं कि भाई, दुनिया में चाहे कितने भी लोग आपके साथ खड़े हों, युद्ध के मैदान में कभी कोई समाधान नहीं निकलेगा।"

उन्होंने कहा, "समाधान तभी आएगा जब यूक्रेन और रूस दोनों बातचीत की मेज पर आएंगे। यूक्रेन अपने सहयोगियों के साथ अनगिनत चर्चाएं कर सकता है, लेकिन इसका कोई नतीजा नहीं निकलेगा। इसके बजाय चर्चा में दोनों पक्षों को शामिल किया जाना चाहिए।"

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