पिछले 6 महीने से बाजार का सेंटिमेंट कमजोर है लेकिन देश में मर्जर और अधिग्रहण (M&A) की एक्टिविटी ने फुल जोर पकड़ लिया है। पिछले 1 महीने से कंपनियां एक के बाद एक मर्जर और अधिग्रहण (ACQUISITIONS) कर रही हैं। सेंटिमेंट कमजोर फिर भी M&A पर फुल जोर का आलम ये है कि 1 महीने में 40,000 करोड़ रुपए से ज्यादा के मर्जर और अधिग्रहण हुए हैं। घरेलू स्तर पर, M&A एक्टिविटी बढ़ी है। M&A में उछाल भारतीय इकोनॉमी में भरोसा दिखाती है।