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Delhi Blast: 'दोषियों को पाताल से भी ढूंढ कर लाएंगे'; दिल्ली ब्लास्ट को आतंकियों को अमित शाह की चेतावनी

Amit Shah Delhi Blast Case: दिल्ली में लाल किले के पास 10 नवंबर को हुए आतंकी हमले को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बड़ा बयान दिया है। शाह ने सोमवार को आतंकियों को चेतावनी देते हुए कहा कि हम दिल्ली विस्फोट के दोषियों को पाताल से भी ढूंढ निकालेंगे और उनके लिए कड़ी से कड़ी सजा सुनिश्चित करेंगे

Akhilesh Nath Tripathiअपडेटेड Nov 17, 2025 पर 8:39 PM
Delhi Blast: 'दोषियों को पाताल से भी ढूंढ कर लाएंगे'; दिल्ली ब्लास्ट को आतंकियों को अमित शाह की चेतावनी
Amit Shah Delhi Blast: दिल्ली में लाल किले के पास हुए हमले में 15 लोगों की जान जा चुकी है

Delhi Blast Case News Update: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार (17 नवंबर) को कहा कि दिल्ली धमाके के दोषियों को पाताल से भी ढूंढ कर लाएंगे। उन्होंने कहा कि उनके लिए हर हाल में कठोरतम सजा सुनिश्चित करेंगे। शाह ने उत्तरी क्षेत्रीय परिषद की 32वीं बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आतंकवाद को जड़ से खत्म करना सरकार की सामूहिक प्रतिबद्धता है। दिल्ली में लाल किले के पास 10 नवंबर को हुए विस्फोट में दो अन्य घायलों की अस्पताल में मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 15 हो गई है।

अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार के अब तक के ट्रैक रिकॉर्ड के अनुरूप दिल्ली बम विस्फोट के दोषियों को पाताल से भी ढूंढ निकाला जाएगा। फिर देश के कानून के शिकंजे में लाया जाएगा और उन्हें सख्त से सख्त सजा दी जाएगी। बैठक की शुरुआत में लाल किले के पास कार बम विस्फोट और जम्मू-कश्मीर के नौगाम पुलिस थाने में हुए विस्फोट में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी गई। साथ ही दो मिनट का मौन रखा गया।

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि पीएम मोदी के दृष्टिकोण के अनुसार, मजबूत राज्य एक मजबूत राष्ट्र का निर्माण करते हैं। जबकि क्षेत्रीय परिषदें इसे जमीनी स्तर पर वास्तविकता में बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। उन्होंने कहा, "क्षेत्रीय परिषदें संवाद, सहयोग, समन्वय और नीतिगत तालमेल के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इन परिषदों के माध्यम से कई प्रकार की समस्याओं का समाधान किया गया है।"

शाह ने कहा कि अब भी कई मुद्दे हैं, जैसे महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराधों में तत्काल न्याय सुनिश्चित करने में देरी, कुपोषण आदि, जिनसे देश को मुक्त करने की आवश्यकता है। उन्होंने पॉक्सो एक्ट के तहत यौन अपराधों और बलात्कार के मामलों में तुरंत जांच की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि कोई भी सभ्य समाज महिलाओं और बच्चों के खिलाफ जघन्य अपराधों को बर्दाश्त नहीं कर सकता।

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